रांची: राजधानी रांची में बढ़ती आबादी के कारण शहर को सुंदर और व्यवस्थित रखना रांची नगर निगम के लिए बड़ी चुनौती से कम नहीं है. शहर को व्यवस्थित बनाने को लेकर नगर निगम की ओर से लगातार इंफोर्समेंट टीम की मदद से झारखंड नगरपालिका अधिनियम 2011 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाती है, लेकिन सबसे बड़ी समस्या यह है कि इंफोर्समेंट टीम में सदस्यों की कमी है.
रांची नगर निगम की इंफोर्समेंट टीम में केवल 17 लोग ही शामिल हैं, जिनके ओर से नगर पालिका अधिनियम के तहत प्रावधानों को पूरा कराने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है, चाहे वह शहर में अतिक्रमण मुक्त अभियान हो, ट्रेड लाइसेंस जांच हो, सड़कों पर गृह निर्माण के लिए गिराए गए मटेरियल के खिलाफ अभियान हो, सार्वजनिक स्थल पर गंदगी फैलाने, किसी मोहल्ले में जानवरों की वजह से फैली गंदगी के खिलाफ, अवैध तरीके से बने भवन के नक्शे या किसी भवन के अवैध तरीके से कॉमर्शियल इस्तेमाल की जांच हो, नो वेंडिंग जोन में फुटपाथ दुकानदारों के ओर से दुकान लगाए जाने के खिलाफ अभियान हो या अवैध तरीके से बैनर पोस्टर हटाए जाने का अभियान हो. इन सभी के खिलाफ इन्हीं 17 इंफोर्समेंट कर्मियों के भरोसे अभियान लगातार चलाया जा रहा है. कर्मियों की कमी के कारण अभियान सही तरीके से नहीं चलाया जा रहा है, जिसके कारण नगर निगम को रेवेन्यू का नुकसान भी उठाना पड़ रहा है.
शहर को व्यवस्थित करने में इंफोर्समेंट टीम का अहम योगदान
शहर को व्यवस्थित करने में इंफोर्समेंट टीम का बड़ा योगदान है, लेकिन इंफोर्समेंट कर्मियों की कमी सबसे बड़ी बाधा बनी हुई है. इसको लेकर शहर के डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने कहा है कि स्टैंडिंग कमेटी में भी इंफोर्समेंट टीम के कम स्टाफ का मामला उठा है और संविदा के आधार पर कर्मियों की संख्या बढ़ाने को लेकर सहमति बनी है, साथ ही नगर विकास विभाग को भी इस टीम को बढ़ाने का आग्रह किया गया है.