रांची:पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव पर पूरे देश की नजर टिकी हुई हैं. कहा जा रहा है कि इन राज्यों के चुनावी नतीजे आगामी लोकसभा चुनाव पर असर डालेंगे. लेकिन झारखंड में कुछ और चल रहा है. यहां एक साल बाद चुनाव है. फिर भी जीत की बिसात बिछने लगी है. जनता को लुभाने के लिए शह और मात का खेल शुरु हो चुका है.
एक तरफ खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मोर्चा संभाल रखा है तो दूसरी तरफ मुख्य विपक्षी दल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ताल ठोक रहे हैं. आरोप-प्रत्यारोप का दौर तल्ख होता जा रहा है. फिलहाल, झामुमो का गढ़ कहा जाने वाला संथाल राजनीति का अखाड़ा बन गया है. दोनों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. ऐसा इसलिए भी क्योंकि झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी दोनों संथाल समाज से आते हैं.
फर्क इतना है कि एक तरफ हेमंत सोरेन अपने कोर वोट बैंक को संभालने के लिए योजनाओं की पोटली खोल रहे हैं तो दूसरी तरफ बाबूलाल मरांडी तथाकथित भ्रष्टाचार, जमीन लूट, महिला उत्पीड़न, बालू, शराब जैसे मुद्दों को जनता के बीच ले जाकर हेमंत सरकार की नाकामियां गिना रहे हैं. साथ ही केंद्र की उपलब्धियां बता रहे हैं. प्रदेश की कमान संभालते ही बाबूलाल मरांडी ने इसकी शुरुआत संकल्प यात्रा के रूप में उसी साहिबगंज के भोगनाडीह से की, जिसे झामुमो का गढ़ कहा जाता है. इसी क्षेत्र से हेमंत सोरेन चुनाव जीतकर सीएम बने हैं. खास बात है कि जैसे ही बाबूलाल मरांडी की संकल्प यात्रा 28 अक्टूबर को संपन्न हुई, सीएम ने अपनी विकास की गाड़ी चालू कर दी. उन्होंने सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तीसरे चरण का शंखनाद अपने चुनाव क्षेत्र गोपलाडीह से कर दी है.
सरकार आपके द्वार को सरकार ने बनाया हथियार:सीएम हेमंत सोरेन जनता की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार आपके द्वार को जरिया बना रहे हैं. सरकार का दावा है कि 2021 में इस अभियान के पहले चरण के दौरान कुल 6,867 शिविर लगाकर 35.95 लाख आवेदन प्राप्त किये गये. साल 2022 में दूसरे चरण के दौरान 5,696 शिविर लगाकर 55.44 लाख आवेदन प्राप्त हुए. सरकार का दावा है कि करीब-करीब सभी आवेदनों का निष्पादन हो चुका है. मसलन, जाति, आय, जन्म, मृत्यु, दिव्यांगता प्रमाण पत्र, वन पट्टा से जुड़े मामले, धोती-साड़ी योजना, कंबल वितरण, राशन और आधार कार्ड में सुधार, गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, म्यूटेशन का लाभ लोगों को पहुंचाया गया है.
इस दौरान हेमंत सरकार ने सबसे ज्यादा खासकर सर्वजन पेंशन, विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन और इंदिरा गांधी पेंशन के तहत 12.37 लाख लोगों को लाभ पहुंचाया है. साथ ही सर्वजन पेंशन योजना से 22.41 लाख लाभुकों को जोड़ा जा चुका है. अब सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तीसरे चरण में 24 नवंबर 2023 से 26 दिसंबर 2023 तक सभी जिलों में शिविर लगाकर बचे हुए जरूरतमंदों को लाभ पहुंचाने की कवायद शुरु कर दी गई है. गौर करने वाली बात है कि इन योजनाओं का सीधा लाभ आम लोगों को होता है. कहा जा रहा है कि झामुमो अपने कोर वोट बैंक को सलीके से साध रही है. यही नहीं हेमंत सरकार मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना और मुख्यमंत्री सूखा राहत योजना को जन-जन तक पहुंचाकर अपनी पैठ मजबूत बना रही है.