रांचीः आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नए मतदाताओं के नाम जोड़ने के मकसद से निर्वाचन आयोग प्रदेश में दो दिवसीय अभियान चलाने जा रहा है. इसके लिए 19 और 20 अक्टूबर तक 2 दिनों तक पूरे प्रदेश में 'काम छोड़ो नाम जोड़ो' अभियान चलेगा. इसके तहत संबंधित पोलिंग बूथों के बीएलओ अपने-अपने इलाके में मतदाताओं के घरों का दरवाजा खटखटाएंगे.
जानकारी देते मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी इस बाबत सोमवार को राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे ने बताया कि 2 दिनों तक सारा काम छोड़कर लोग इस अभियान में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि दरअसल इसका मकसद वैसे लोगों का नाम वोटर लिस्ट में जोड़ना है, जो अब तक नहीं जुड़े हैं. उन्होंने कहा कि विशेष फोकस महिलाओं पर रहेगा. वहीं, 12 अक्टूबर को प्रकाशित मतदाताओं की सूची के अनुसार राज्य में कुल 2.26 करोड़ से अधिक मतदाता हैं. जिनमें लगभग 1.18 करोड़ पुरुष हैं, जबकि 1.08 करोड़ महिला मतदाता हैं. वहीं, पूरे प्रदेश में 240 ट्रांसजेंडर वोटर्स हैं.
जानिए मतदाताओं से जुड़े आंकड़ें
वहीं, चौबे ने बताया कि 30 जनवरी 2019 को प्रकाशित हुई मतदाता सूची के अनुसार राज्य में 2.19 करोड़ मतदाता थे. उन्होंने कहा कि प्रदेश में लिंगानुपात बढ़कर प्रति हजार 914 हो गया है. दिव्यांग मतदाताओं की कुल संख्या 1.33 लाख से अधिक है जबकि सूबे में सेवा मतदाता 41,336 हैं. आंकड़ों के अनुसार उन्होंने कहा कि 2 सितंबर को प्रकाशित प्रारूप मतदाता सूची में कुल 2.24 करोड़ वोटर थे, वो अब बढ़कर 2.26 करोड़ हो गए हैं. इसका तुलनात्मक हिसाब से 0.86% की वृद्धि दर्ज की गई है. उन्होंने बताया कि हाल में जुटे 1.94 लाख नामों को 1 महीने के अंदर वोटर आईडी कार्ड भी मिल जाएगा.
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एक चरण में चुनाव की मांग
इससे पहले चौबे से राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भी मुलाकात की. जिसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा, सीपीआई, कांग्रेस, झारखंड विकास मोर्चा और भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधि शामिल हुए. कांग्रेस ने प्रदेश में एक चरण में चुनाव कराने की मांग की है. इस पर चौबे ने साफ कहा कि यह भारत निर्वाचन आयोग से जुड़ा मामला है.