रांची: भारत सरकार के विज्ञान, प्रौद्योगिकी विभाग ,राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिस्ठान, भारत पूर्वी प्रक्षेत्र और राज्य नोडल कार्यालय, झारखंड के संयुक्त तत्ववावधान में विगत दो दिनों से लगातार वेबिनार के माध्यम से रांची, पलामू , गढ़वा, लातेहार, गुमला, दुमका जिेले के लगभग 500 विज्ञान, नोडल शिक्षकों के साथ इंस्पायर अवॉर्ड माणक के तहत ऑनलाइन पंजीकरण को लेकर ई-मीटिंग का आयोजन किया गया. ई-मीटिंग की अध्यक्षता आरआरडीई अरविंद विजय बिलूंग ने की. बिलूंग ने राष्ट्रीय आयोजकों, जिलास्तरीय पदाधिकारियों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए निर्देश दिया है कि हर कोटि के विद्यालय जहां वर्ग छः से दस तक या फिर इनमे से कोई एक, दो, तीन, चार या फिर पांचों कक्षाएं संचालित हैं.
उनके विद्यालय से नवाचारी विचारों को उचित अवसर उपलब्ध कराने के लिए पांच बच्चों का 30 सितम्बर तक पंजीकरण अनिवार्य है. इसके लिए सबंधित शिक्षा पदाधिकारी, जिला नोडल पदाधिकारी, एक सक्रिय समर्पित अनुभवी विज्ञान शिक्षक, सहायक नोडल अधिकारी और एक कार्यालय प्रभारी को नॉमिनेट कर दायित्व सौंपा जाएगा. Covid-19 की चुनौतियों के साथ किशोरावस्था के जेहन में पनप रहे निदानात्मक नवाचारी आविष्कारों को उचित अवसर देने का इंस्पायर से बेहतर कोई और विकल्प नहीं हो सकता है. बिलूंग ने इंस्पायर की प्रतियोगिता को आई क्यू के साथ साथ शारीरिक स्वस्थता भावनात्मक समभाव और आध्यात्मिक सम्पन्नता (SQ)का समेकित पर्याय बताया.