रांची: प्रवर्तन निदेशालय के रडार पर झारखंड के एक और आईएएस का परिवार आ गया है. एजेंसी ने झारखंड सरकार के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार की पत्नी प्रीति कुमार को समन भेजा है. गुरुवार को समन भेजकर 3 जनवरी की सुबह 10.30 बजे रांची जोनल ऑफिस में पूछताछ के लिए बुलाया है.
रांची जमीन घोटाले की जांच कर रही ईडी को 13 अप्रैल को बड़गाईं अंचल के राजस्व उपनिरीक्षक के घर और मोबाइल से जमीनों के कागजात मिले थे. रांची के डीसी के आदेश के बाद इस मामले में सदर थाना में एफआईआर दर्ज की गई थी. इस मामले में ईडी ने ईसीआईआर दर्ज किया था. ईडी ने प्रीति कुमार के जमीन से जुड़े बर्लिन अस्पताल का सर्वे पांच दिसंबर को करवाया था.
ईडी सूत्रों के मुताबिक एजेंसी ने जांच के दौरान पाया था कि बूटी मोड़ स्थित बर्लिन अस्पताल में सात कट्ठा अवैध कब्जा है. एजेंसी ने बर्लिन अस्पताल की पूरी जमीन और नक्शे का सर्वे किया था. ईडी जांच में पाया गया है कि बर्लिन अस्पताल का पार्किंग सरकारी जमीन पर बना है. ईडी अब इस पूरे मामले को सरकारी जमीन पर कब्जा का मामला मान रही है.
बर्लिन अस्पताल की जमीन राज्य के वरिष्ठ आईएएस अविनाश कुमार की पत्नी प्रीति कुमार के नाम पर है. इस जमीन को आईएएस अधिकारी के पिता टीएन ठाकुर और पत्नी प्रीति कुमार के नाम पर खरीदा गया था. इसके बाद रजिस्टर डीड के मार्फत टीएन ठाकुर ने प्रीति कुमार को पूरी जमीन दे दी थी. इसके बाद इस जमीन पर अस्पताल का निर्माण कराया गया था.
इससे पहले अगस्त महीने में ईडी ने प्रीति कुमार के द्वारा एक करोड़ में खरीदी गई खाता संख्या 54, प्लाट 2711 की 12 कट्ठा जमीन का ब्यौरा मांगा था. ईडी को जानकारी मिली थी कि यह जमीन गलत तरीके से खरीदी गई है. साथ ही जमीन की खरीद भी बाजार मूल्य से कम दर पर की गई है. ईडी ने बैंक से भी बर्लिन अस्पताल के बैंक खातों की जानकारी जुटायी थी.