रांची: रांची में जमीन घोटाले मामले में ईडी की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है. जमीन घोटाले में अब तक 11 लोगों को जेल भेजने के बाद भी ईडी की जांच अभी रुकी नहीं है. ईडी को शक है कि इन सभी मोहरे के पीछे से खेल कोई और खेल रहा है. उस मोहरे को बेनकाब करने की तैयारी में ईडी लगी हुई है. इसी कड़ी में दोबारा से रांची के चर्चित कारोबारी विष्णु अग्रवाल को ईडी ने 21 जून को तलब किया है. ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में विष्णु अग्रवाल को हाजिर होना होगा.
Land Scam Case In Ranchi: रांची जमीन घोटाला मामले में बड़े खिलाड़ी की तलाश में जुटी ईडी, रांची के कारोबारी विष्णु अग्रवाल को भेजा समन
रांची में जमीन घोटाला मामले में ईडी ने जांच तेज कर दी है. अब ईडी 11 आरोपियों के पीछे छिपे शख्स को बेनकाब करने की तैयारी में जुट गई है. इसी कड़ी में ईडी ने रांची के कारोबारी विष्णु अग्रवाल को 21 जून को तलब किया है. ईडी कारोबारी से जमीन घोटाला मामले में पूछताछ करेगी.
आठ मई को ईडी के समक्ष हाजिर हुए थे विष्णु अग्रवालः बताते चलें कि इससे पहले आठ मई को विष्णु अग्रवाल को पूछताछ के लिए ईडी ने तलब किया था. विष्णु अग्रवाल ईडी दफ्तर पहुंचे थे, लेकिन वह अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर बिना सवालों का जवाब दिए ही निकल गए थे. बता दें कि सेना की जमीन घोटाला मामले में अब तक ईडी एक आईएएस, राजस्व कर्मचारी और छह जमीन दलालों को सलाखों के पीछे भेज चुकी है.
विष्णु अग्रवाल को हिरासत में ले सकती है ईडीः विष्णु अग्रवाल से पूछताछ के बाद ईडी उन्हें भी हिरासत में ले सकती है. विष्णु अग्रवाल पर कई जमीन के कब्जे का आरोप है. जिसमें ईडी कार्रवाई करने के मूड में है. विष्णु अग्रवाल बिहार से झारखंड रोजगार की तलाश में आए थे, लेकिन यहां आने के बाद उनकी मुलाकात कई नेताओं और दलालों से हुई. जिसके बलबूते पर विष्णु अग्रवाल आज रांची के सबसे बड़े कारोबारी में शुमार हो गए हैं.
विष्णु अग्रवाल पर है करोड़ों की जमीन कब्जा करने का आरोपः विष्णु अग्रवाल पर चेशायर होम, बाजरा मौजा, कांके न्यूक्लीयस मॉल की जमीन के साथ सेना की जमीन के कब्जे का आरोप है. इनसे ईडी इससे जुड़े सवालों का जवाब तलाशने की कोशिश करेगी. साथ ही बताया जाता है कि विष्णु अग्रवाल के सिर पर झारखंड़ के बड़े नेता का हाथ है. अब इसके बाद हो सकता है कि ईडी उस चेहरे को भी बेनकाब करेगी. देखने वाली बात यह होगी कि 21 जून को विष्णु अग्रवाल ईडी कार्यालय पहुंचते हैं कि नहीं.