रांची: झारखंड में सरकार गिराने की साजिश के मामले में विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप के बाद कांग्रेस से निलंबित तीसरे विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी ने भी ईडी के सामने अपने आप को बेकसूर बताया है. नमन विक्सल कोंगाड़ी से ईडी ने बुधवार को लंबी पूछताछ की. वह दिन के 11 बजे ही ईडी के रांची जोनल कार्यालय पहुंचे थे और रात के करीब 9.15 बजे बाहर निकले.
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लोन के पैसे थे: नमन विक्सल कोंगाड़ी से ईडी के अधिकारियों ने पैसों के स्रोत के बारे में पूछा. जिस पर उन्होंने भी इरफान अंसारी और राजेश कच्छप की ही तरह बताया कि आदिवासी दिवस पर साड़ी व कपड़े बांटने के लिए वह कोलकाता खरीदारी करने गए थे. पकड़े गए 48 लाख रुपये में उनके 16 लाख थे, ये पैसे उन्होंने बैंक से लोन लिया था.
असम जाने की पुष्टि: ईडी की जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि तीनों विधायक कोलकाता जाने के पहले असम भी गए थे. विधायकों के दो अलग-अलग तारीख में असम जाने की पुष्टि हुई है. हालांकि, असम जाने के विषय पर तीनों ही विधायकों ने ईडी के सामने इनकार किया है.
तीनों विधायकों के बयान दर्ज: कैश कांड मामले में ईडी के द्वारा नमन विक्सल कोंगाड़ी से पूछताछ पूरी होते ही तीनों विधायकों से पूछताछ पूरी हो गई है. इससे पहले 6 फरवरी को इरफान अंसारी और 7 फरवरी को राजेश कच्छप से पूछताछ हो चुकी है. अब ईडी तीनों के बयान से अनूप सिंह के बयान का मिलान करेगी.
दो विधायकों का भी हो सकता है बयान दर्ज: ईडी ने इस मामले में कांग्रेस के सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा और मांडर विधायक शिल्पी नेहा तिर्की का भी बयान दर्ज करने का फैसला लिया है. जानकारी के मुताबिक, सरकार गिराने की साजिश व प्रलोभन का आरोप दोनों विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष लगाया था. ऐसे में इन दोनों विधायकों का पक्ष भी ईडी अपने अनुसंधान में लेगी.
क्या है पूरा मामला:दरअसल, 30 जुलाई को कोलकाता में झारखंड कांग्रेस के तीन विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी को 48 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया गया था. इस मामले में अनूप सिंह के बयान पर रांची के अरगोड़ा थाना में जीरो एफआईआर 31 जुलाई को दर्ज किया गया था. जिसके बाद तीनों विधायकों को बंगाल पुलिस ने जेल भेज दिया था. इसके बाद इस मामले में कोलकाता पुलिस की सीआईडी मामले की जांच कर रही थी. ईडी ने इस मामले में 9 नवंबर को ईसीआईआर दर्ज कर मनी लाउंड्रिंग के मामलों की जांच शुरू की है.
अनूप सिंह ने दो बार सरकार गिराने की साजिश से जुड़ा केस कराया दर्ज:अनूप सिंह ने दो बार झारखंड में सरकार गिराने की कोशिश व कांग्रेसी विधायकों के खरीद फरोख्त को लेकर शिकायत दर्ज करायी थी. 31 जुलाई को अरगोड़ा थाना में जीरो एफआईआर दर्ज कराने के पूर्व 21 जुलाई 2021 को भी सरकार गिराने की साजिश से जुड़ा केस दर्ज कराया था. इस मामले में कोतवाली पुलिस ने तीन युवकों को होटल ली लैक से गिरफ्तार करने के बाद जेल भेजा था. हालांकि, तब किसी के खिलाफ चार्जशीट दायर नहीं की गई थी.