रांची:प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने करोड़ों की मनी लांड्रिंग मामले में शुक्रवार को तीन अलग-अलग एफआईआर दर्ज की है. पूर्व में सीबीआई की ओर से जांचे जा रहे मामलों में आए तथ्यों में मनी लांड्रिंग की बात सामने आई थी. उसके बाद ईडी ने अलग से तीन मामलों में एफआईआर दर्ज की है. मामले में ईडी ने 19 फरवरी को136 करोड़ के बैंक घोटाले में मेसर्स कॉरपोरेट इस्पात एलॉय लिमिटेड के निदेशक प्रमोटर समेत आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी.
फर्जी सेविंग खातों से पैसों की निकासी
गिरिडीह टाउन सब ऑफिस से 24 फर्जी खातों से 9.30 करोड़ की निकासी हुई. इस मामले में सीबीआई ने 17 दिसंबर 2019 को एफआईआर दर्ज की थी. सीबीआई एसीबी में दर्ज एफआईआर के आधार पर ईडी ने तत्कालीन असिस्टेंट पोस्ट मास्टर मो अलताफ, बासुदेव दास, पवन कुमार और शशिभूषण कुमार के खिलाफमनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया है. साल 2014-18 के बीच फर्जी सेविंग खातों से पैसों की निकासी की गई थी.
एफआईआर दर्ज
बीसीसीएल में 13.5 करोड़ के घोटाले का मामला ईडी ने बीसीसीएल लोदना एरिया में 13.5 करोड़ के घोटाले के मामले में तत्कालीन जेनरल मैनेजर प्रकाश चंद्र, एडिशनल जेनरल मैनेजर बीएन सिंह, प्रोजेक्ट अफसर कल्याणी प्रसाद, मैनेजर एके पांडे, एरिया सर्वे ऑफिसर एन मंडल, सर्वेयर अनूप कुमार महंथा और देव प्रभा प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया है. सीबीआई ने पहले भी इस मामले में एफआईआर दर्ज किया था, जिसमें जिक्र था कि बीसीसीएल के 61 हजार 756 मिट्रिक टन कोयले की स्टॉक जीनागोड़ा कोलियरी लोदना एरिया से गायब कर 13.5 करोड़ का नुकसान पहुंचाया गया.
आय से अधिक संपत्ति अर्जित
वहीं, धनबाद के बीसीसीएल अधिकारी के खिलाफ 1.20 करोड़ का मामला ईडी ने बीसीसीएल धनबाद के कुसुंडा एरिया के गोनुडीह खास कोलियरी के प्रोजेक्ट अफसर राम कृष्ण रमण के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. 16 जनवरी 2019 को सीबीआई ने रामकृष्ण रमण को रंगेहाथ घूस लेते गिरफ्तार किया था. जांच में यह बात सामने आयी थी कि रामकृष्ण रमण ने अपनी आय से 73.79 प्रतिशत अधिक संपत्ति अर्जित की है.