पटना:पूर्व मध्य रेलवे के 2300 कर्मचारी और उनके परिजन कोरोना संक्रमित हो गए हैं. गार्ड, टीटी, ड्राइवर और अधिकारी सभी कोरोना की चपेट में आए हैं. सीपीआरओ राजेश कुमार सहित कई अधिकारी भी संक्रमित हुए हैं.
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ऐसे में जो रेलवे कर्मचारी संक्रमण की जद से बाहर हैं वो ड्यूटी करने से कतरा रहे हैं. उनको अपनी जान की परवाह है. कार्यालयों में जिन कर्मचारियों की सख्त जरूरत है वही पहुंच रहे हैं. कई अधिकारी होम क्वारंटाइन रहकर काम कर रहे हैं. सोनपुर डिवीजन के डीआरएम ऑफिस के 2 लोगों की 15 दिन पहले मौत हो गई थी. दानापुर डिवीजन के बड़े अधिकारी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसके बाद से दानापुर डिवीजन में संक्रमण को रोकने के लिए सैनिटाइजेशन लगातार कराया जा रहा है.
बढ़ सकती है रेलवे की परेशानी
कोरोना संक्रमण की चपेट में रेलवे में काम करने वाले फ्रंट लाइन वर्कर आ रहे हैं. ट्रेन ऑपरेशन में ड्राइवर, गार्ड, स्टेशन मास्टर, टीटी और टिकट काउंटर पर टिकट काटने वाले कर्मचारी का अहम रोल है. इन कर्मचारियों के लगातार कोरोना संक्रमित होने से रेलवे की परेशानी बढ़ सकती है. कोरोना काल में बड़ी संख्या में प्रवासी घर लौट रहे हैं. ऐसे में रेलवे की भूमिका अहम हो गई है. अगर रेलवे कर्मचारियों के बीच संक्रमण बढ़ा तो ट्रेन चलाने में भी परेशानी हो सकती है. हालांकि रेलवे द्वारा अभी ऐसी स्थिति से इनकार किया जा रहा है.
"कर्मचारी, अधिकारी और उनके परिजन मिलाकर लगभग 2300 लोग संक्रमित हैं. भविष्य में कोरोना के मामले बढ़ेंगे तो सेंट्रल रेलवे द्वारा निर्णय लिया जाएगा. अभी स्थिति सामान्य है. किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है. रेलवे सामान्य रूप से जैसे पहले चल रही थी वैसे ही चल रही है."- संजय कुमार प्रसाद, पीआरओ, पूर्व मध्य रेलवे
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