रांची: आरयू के बाद डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में वनस्पति विज्ञान विभाग के विद्यार्थियों के लिए बॉटनिकल गार्डन तैयार किया जा रहा है. इस गार्डन में सैकड़ों ऐसे दुर्लभ पौधे लगाए गए हैं, जो विद्यार्थियों के लिए फायदेमंद है. यह अपने विभागीय संबंधित पठन-पाठन के प्रैक्टिकल के लिए उपयोगी है. विश्वविद्यालय के वीसी अपने फंड से इस गार्डन का निर्माण करवा रहे हैं.
डीएसपीएमयू में तैयार होगा बॉटनिकल गार्डन, वनस्पति विभाग के विद्यार्थियों के लिए होगा फायदेमंद
डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में भी छात्रों के लिए बॉटनिकल गार्डन बनाया जाएगा. जो कि वनस्पति विज्ञान विभाग के विद्यार्थियों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा. विश्वविद्यालय परिसर में ही वनस्पति विज्ञान से जुड़े तमाम गतिविधियों को संचालित करने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय प्रबंधन इस बॉटनिकल गार्डन को तैयार करने में जुटा है.
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बॉटनिकल गार्डन कई मायनों में फायदेमंद
विद्यार्थियों के लिए इस बॉटनिकल गार्डन में सिंदूर, रुद्राक्ष, एलोवेरा और कई किस्म के विदेशी दुर्लभ फूल के आलावे भारतीय औषधीय फूल और पौधे लगाए जा रहे हैं. वनस्पति विज्ञान पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए यह बॉटनिकल गार्डन कई मायनों में फायदेमंद माना जा रहा है. विश्वविद्यालय के कुलपति अपने फंड से इस बॉटनिकल गार्डन को तैयार करवा रहे हैं. विद्यार्थी भी बॉटनिकल गार्डन में फूल पौधे लगाने में जुटे रहते हैं. दूसरी ओर विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन के ठीक सामने होने की वजह से यह विश्वविद्यालय की सुंदरता में चार चांद भी लगा रहे हैं.
विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान
डॉक्टर श्याम प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय हमेशा ही विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए कई तरह के प्रयोग लगातार कर रहा है और इसी को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से एक बार फिर अपने विश्वविद्यालय परिसर में ही वनस्पति विज्ञान से जुड़े तमाम गतिविधियों को संचालित करने के उद्देश्य से इस बॉटनिकल गार्डन को तैयार करने में जुटे हैं. अभी भी कई पौधे इसमें लगाए जाने बाकी है. विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से जानकारी मिली है कि विदेशों से भी कई पौधे मंगाए गए हैं. जिनका खेप अभी तक पहुंचा नहीं है.
गार्डेन जल्द ही विद्यार्थियों के काम आएंगे और इसमें तमाम तरह के प्रयोग किए जाएंगे. ताकि विद्यार्थी इसका लाभ ले सके और विश्वविद्यालय परिसर में ही पठन-पाठन से जुड़े प्रैक्टिकल भी सही तरीके से कर सके. विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने जानकारी देते हुए कहा कि विद्यार्थियों के लिए यह गार्डेन काफी फायदेमंद साबित होगा.