रांचीः राजधानी के ऐतिहासिक मोरहाबादी में करोड़ों की लागत से निर्माण कराए गए टाइम स्क्वॉयर का कार्य अब तक अधूरा रह गया है. दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास का मोरहाबादी मैदान में टाइम स्क्वॉयर का निर्माण ड्रीम प्रोजेक्ट था. लेकिन वर्तमान गठबंधन सरकार में इसके कार्य को पूरा करने की दिशा में फिलहाल कोई कदम नहीं उठाया गया है. बल्कि सत्ताधारी दल कांग्रेस ने इसे महज लूट का प्रोजेक्ट बताया है. आलम यह है कि राजनीतिक दलों ने इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर मोरहाबादी मैदान को ही बर्बाद कर दिया है और मैदान का दायरा भी छोटा हो गया है. क्योंकि चारों ओर मैदान के अंदर ही बड़े बड़े 11 एलईडी स्क्रीन लगा दिए गए हैं ताकि मैदान न्यूयॉर्क के टाइम स्क्वायर जैसा दिखे.
मोरहाबादी मैदान के टाइम स्क्वायर के लिए दिल्ली की कंपनी हाईटेक ऑडियो विजुअल को काम भी सौंपा गया था. इस पूरे प्रोजेक्ट की लागत लगभग 22 करोड़ की थी. जो अब तक खर्च भी हो गई होगी, लेकिन कार्य अधूरा ही रह गया है. इसका काम दो फेज में किया जाना था. जिसमें एलईडी लाइट, स्टेज, हाई मास्क लाइट और गोबो लाइटिंग लगाए जाने थे. इसमें तीन काम पूरे कर लिए गए, चौथा गोबो लाइटिंग का काम अब तक पूरा नहीं हुआ है, वहीं दूसरे फेज में मैदान का सौंदर्यीकरण करना था, जिसके तहत पेड़ पौधे समेत मैदान के चारों ओर हरियाली लाने की दिशा में काम करना था.
आलम यह है कि मोरहाबादी मैदान में लगाए गए बड़े एलइडी स्क्रीन सरकारी आयोजनों में इस्तेमाल होता है. इसका फायदा राजधानी के लोगों को ना के बराबर मिला है. नेशनल, इंटरनेशनल गेम के लाइव टेलीकास्ट समेत अन्य निजी कार्यक्रम दिखाने की भी योजना बनी थी. वर्तमान में इस स्क्रीन पर कुछ भी कार्यक्रम का प्रसारण नहीं हो रहा है. आखिरी बार इस स्क्रीन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह का लाइव टेलीकास्ट हुआ था. उसके बाद से यह पूरी तरह से बंद पड़ा हुआ है. जनता को अब यह भी समझ में नहीं आ रहा है कि इस प्रोजेक्ट की आम जनता के लिए क्या उपयोगिता है और क्या फायदा मिला है, बल्कि इसके जरिए सिर्फ घोटाले हुए हैं.