रांची: रिम्स से डॉक्टरी की पढ़ाई करने वाली झारखंड की मेधावी बेटी डॉ. अर्चना शर्मा की राजस्थान के दौसा में मौत के बाद झारखंड में विरोध किया जा रहा है. डॉ. अर्चना शर्मा की दुःखद परिस्थिति में आत्महत्या कर लेने की घटना से आक्रोशित झारखंड के सभी सरकारी गैर-सरकारी डॉक्टर 02 अप्रैल 2022 को कार्य बहिष्कार करेंगे. इस दौरान सिर्फ आपात सेवाएं ही चलेंगी.
डॉ. अर्चना शर्मा मौत मामला: आक्रोशित हैं झारखंड के डॉक्टर, 2 अप्रैल को करेंगे कार्य बहिष्कार
झारखंड की मेधावी बेटी डॉ. अर्चना शर्मा की संदेहास्पद मौत का झारखंड में विरोध हो रहा है. झारखंड IMA ने अपील राज्य के सभी डॉक्टरों से 2 अप्रैल को कार्य बहिष्कार करने की अपील की है. झारखंड आईएमए का आरोप है कि राजस्थान पुलिस के दबाव की वजह से डॉ. अर्चना शर्मा ने आत्महत्या की है.
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झारखंड इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि अपने जीवन में हजारों जीवन को बचाने वाली डॉ. अर्चना शर्मा ने राजस्थान पुलिस के गलत एक्शन की वजह से आत्महत्या को मजबूर हुई. ताकि, वह खुद को बेगुनाह साबित कर सके. उनकी दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु के विरोध में कल 2 अप्रैल को सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक राज्य के समस्त सरकारी-गैरसरकारी चिकित्सालय और अस्पताल में डॉक्टर्स कार्य बहिष्कार करेंगे. झारखंड आईएमए ने पीड़ित परिवार के सदस्यों के लिए न्याय और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है. हालांकि, कार्य बहिष्कार के दौरान आपात सेवाएं चलेंगी. इसके अलावा गुरुवार की शाम रिम्स जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के आह्वान पर रिम्स परिसर में भी डॉक्टरों ने विरोध मार्च निकाला था और मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की थी.