रांची: बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (Birsa Agricultural University) के विवि प्राध्यापक सह मुख्य वैज्ञानिक और पूर्व गव्य निदेशक डॉ आलोक कुमार पांडेय को डेयरी सेक्टर के उत्थान में उत्कृष्ट योगदान के लिए डॉ. वर्गीस कूरियन लाइफटाइम एचीवमेंट अवार्ड (Dr. Verghese Kurien Lifetime Achievement Award) से सम्मानित किया गया है. ये राष्ट्रीय अवार्ड डॉ. नागेंद्र शर्मा, पूर्व कुलपति, नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टिट्यूट और करनाल की अध्यक्षता में राष्ट्रीय स्तर पर गठित समिति की ओर से विश्व दुग्ध दिवस के अवसर पर चयन किया गया है. जिसे एनडीआरआई की ओर से वर्चुअल माध्यम से डॉ. पांडेय को प्रदान किया गया.
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डॉ पांडेय की ओर से किए गए कार्य
डॉ. पांडेय ने वर्ष 2012 से झारखंड के पहले गव्य निदेशक के रूप में कार्य किया. उनके चार वर्षो के कार्यकाल में दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी, किसानों को गहन डेयरी प्रशिक्षण, किसानों के लिए मिल्क कोपरेटिव और दुग्ध उत्पादकों के लिए मिल्क फेडरेशन का गठन, पशु नस्ल सुधार, हरा चारा उत्पादन और पारंपरिक ग्रामीण चिकित्सा प्रणाली को बढ़ावा दिया.
लोगों ने दी बधाई
वर्त्तमान में डॉ. पांडेय विवि अधीन संचालित पशुचिकित्सा संकाय के पशु प्रसार शिक्षा विभाग में कार्यरत है. साथ ही संकाय के पशु चिकित्सा जनस्वास्थ्य, महामारी विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष, डेयरी फार्म और प्रशिक्षण केंद्र के प्रभारी भी है. अभी विवि में डेयरी के विकास, शोध और प्रसार के लिए प्रयत्नशील है. इस प्रतिष्ठित अवार्ड के मिलने पर कुलपति डॉ. ओएन सिंह और डीन वेटनरी डॉ. सुशील प्रसाद ने खुशी जाहिर करते हुए व्यक्तिगत तौर पर बधाई दी है. संकाय के प्राध्यापकों में डॉ. एमके गुप्ता, डॉ. जगरनाथ उरांव, डॉ. सुरेश मेहता, डॉ. रवींद्र कुमार, डॉ. स्वाति सहाय और डॉ. नंदिनी कुमारी ने भी बधाई दी है.