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रांचीः निजी कॉलेजों का फीस स्ट्रक्चर तैयार, उच्च तकनीकी शिक्षा निदेशालय ने किया निर्धारित - ranchi news

रांची में उच्च तकनीकी शिक्षा निदेशालय की ओर से वर्ष 2020-21 के लिए फीस निर्धारित कर दी गई. पिछले साल की तरह ही इस साल भी फीस ली जाएगी. इसमें कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है.

Directorate of Higher Technical Education set fees in ranchi
निजी कॉलेजों का फीस स्ट्रक्चर तैयार

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Published : Dec 29, 2020, 10:52 PM IST

रांचीःउच्च तकनीकी शिक्षा निदेशालय की ओर से वर्ष 2020-21 के लिए फीस निर्धारित कर दी गई है. पिछले साल की तरह ही इस साल भी फीस ली जाएगी. इसमें कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है. वहीं निदेशालय ने 52 निजी पॉलिटेक्निक, एमबीए और इंजीनियरिंग कॉलेजों के लिए फीस निर्धारित की है.

फीस स्ट्रक्चर तैयार

निदेशालय की ओर से 19 प्राइवेट डिप्लोमा लेवल इंस्टीट्यूट, 9 प्राइवेट मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट, 13 प्राइवेट डिग्री लेवल इंस्टीट्यूट और 11 पीपीपी मोड इंस्टीट्यूट के लिए फीस निर्धारित की गई है. 2020-21 के लिए यह फीस स्ट्रक्चर होगा. उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक की ओर से जानकारी मिली है कि पिछले साल की तरह इस बार भी फीस ली जा रही है. इसमें कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है. किसी भी ऐसे शिक्षण संस्थान से अगर बढ़ाकर फीस ली जाती है और इसका साक्ष्य मिलता है, तो उन पर विभागीय कार्रवाई भी होगी.

अभिभावकों को राहत

जानकारी के अनुसार, कोरोना महामारी के मद्देनजर इस बार राज्य के तमाम शिक्षण संस्थान बंद हैं. झारखंड के निजी, सरकारी स्कूलों में भी फीस को लेकर कोई स्पष्ट गाइडलाइन नहीं है. इस वजह से अभिभावकों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उच्च शिक्षा विभाग की ओर से इन निजी शिक्षण संस्थानों के लिए जारी गाइड लाइन से यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों को थोड़ी राहत जरूर मिलेगी.

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एनएसएस का सराहनीय काम

आरयू का एनएसएस विंग लगातार बेहतर काम कर रहा है. इसी कड़ी में एक बार फिर एनएसएस के स्वयंसेवकों ने रांची के कांके बस्ती में गरीब बच्चों के बीच पठन सामग्री वितरण किया. बता दें कि एनएसएस की ओर से जनसेवा के भाव से लगातार ऐसे काम किए जाते रहे हैं. ये बच्चे पढ़ाई के साथ जुड़े और इनकी रूचि भी बढ़े. इसे देखते हुए ही पठन-पाठन सामग्रियों का वितरण किया गया. इसके अलावा एनएसएस के स्वंयसेवकों की ओर से ऐसे ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों को साक्षर करने का काम भी किया जा रहा है.

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