रांची: धनबाद जिला के बंदरचुआ की रहने वाली एथलीट जूली महतो (Dhanbad Athlete Julie Mahto) अंडर-16 में 100 और 300 मीटर दौड़ में चैंपियन रह चुकी हैं. दौड़ में भविष्य बनाने के लिए जूली लगातार मेहनत कर रही थीं लेकिन, पिछले दिनों वह एक एक्सीडेंट में बुरी तरह घायल हो गईं. जूली अपने भाई और एथलीट राहुल कुमार के साथ प्रैक्टिस करने मैदान जा रही थीं. इसी दौरान उनकी बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गई और जूली महतो दुर्घटना का शिकार.
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दो बार किया गया रेफर: घायल होने के बाद जूली को धनबाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया लेकिन, उनकी स्थिति में सुधार नहीं होता देख डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए बोकारो जनरल अस्पताल रेफर कर दिया. बोकारो पहुंचने के बाद भी उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुई तो डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए रांची रिम्स रेफर कर दिया.
युवा बने मसीहा!: वहीं, एथलीट जूली महतो के घायल होने की सूचना मिलते ही समाज के कुछ युवा वर्ग आगे आए, उन्होंने क्राउड फंडिंग कर कुछ चंदा जुटाया. जानकारी के अनुसार युवाओं ने करीब 1 लाख 20 हजार क्राउड फंडिंग कर जूली महतो की मदद की. युवाओं ने न सिर्फ पैसों का इंतजाम किया बल्कि सोशल मीडिया के माध्यम से जूली महतो के बेहतर इलाज के लिए राज्य के मंत्री चंपई सोरेन को ट्वीट किया, जिसके बाद चंपई सोरेन ने युवाओं के ट्वीट पर संज्ञान लेते हुए रिम्स के चिकित्सकों को दिशा निर्देश दिया.
क्या कहते हैं डॉक्टर: मंत्री के संज्ञान लेने के बाद रिम्स प्रबंधन भी हरकत में आया. फिलहाल जूली को बेहतर इलाज के लिए न्यूरोलॉजी विभाग के डॉक्टर अनिल कुमार के यूनिट में भर्ती किया गया है. न्यूरोलॉजी विभाग के सीनियर रेजीडेंट चिकित्सक डॉ विकास कुमार ने बताया कि जूली का इलाज शुरू हो चुका है. उन्होंने कहा कि जूली के सिर पर गंभीर चोट लगी है. जिसकी वजह से कई जगह ब्लड क्लॉटिंग देखे जा रहे हैं. डॉ विकास कुमार ने बताया कि रिम्स के चिकित्सक लगातार जूली के स्वास्थ्य पर निगरानी बनाए हुए हैं. फिलहाल उनकी स्थिति सामान्य है और चिकित्सक बेहतर करने का प्रयास कर रहे हैं.