रांची:साल 2019 विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के ठीक पहले नक्सली हिंसा में शहीद होमगार्ड जवान सकींद्र सिंह के परिजनों को अब तक अनुदान राशि नहीं मिल पाई है. राज्य पुलिस के डीजीपी सह होमगार्ड डीजी एमवी राव ने शहीद होमगार्ड जवान को अनुदान राशि देने के लिए सरकार के अवर सचिव से पत्राचार किया है. 22 नवंबर 2019 को उग्रवादियों के हमले में चार जवान शहीद हो गए थे.
लातेहार डीसी ने भेजा है प्रस्ताव
कर्तव्य निर्वहन के दौरान शहीद होमगार्ड सकींद्र सिंह के आश्रित परिवार को अनुग्रह अनुदान और अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन सरकार के संकल्प के मुताबिक, आश्रित परिवार को दो लाख का अनुग्रह अनुदान दिया जाना था, जो शहीद होमगार्ड के परिवार को नहीं मिला. अब डीजीपी के स्तर से अनुग्रह अनुदान देने की गुजारिश सरकार से की गई है, ताकि आगे की कार्रवाई पूरे मामले में की जा सके.
नक्सल हिंसा में शहीद होमगार्ड जवान को नहीं मिल पाया अनुदान, डीजी होमगार्ड ने सरकार को लिखा पत्र - martyr Home Guard Jawan Sakindra Singh
झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले नक्सली हिंसा में शहीद होमगार्ड जवान सकींद्र सिंह के परिजनों को अब तक अनुदान राशि नहीं दी गई है. इस संबंध में डीजीपी एमवी राव ने शहीद होमगार्ड जवान को अनुदान राशि देने के लिए सरकार के अवर सचिव को पत्र लिखा है.
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होमगार्ड को ड्यूटी देने में रोस्टर का नहीं हो रहा पालन
होमगार्ड जवानों को ड्यूटी देने में रोस्टर का पालन नहीं हो रहा है. होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव राजीव कुमार तिवारी ने इस मामले में डीजीपी एमवी राव से शिकायत की है. शिकायत में बताया गया है कि साहिबगंज, दुमका समेत कई जिलों में सॉफ्टवेयर में छेड़छाड़ कर अधिकारी अपने चहेते होमगार्ड जवानों को ड्यूटी दे रहे हैं. वहीं साहिबगंज के होमगार्ड अधिकारी अनूज झा के संबंध में भी शिकायत की गई है कि वह बिहार के भागलपुर में पंद्रह दिनों से रह रहे हैं, वहीं से वह अपना काम निपटाते हैं.