लोहरदगा :यूपीएससी सिविल सर्विसेज परीक्षा 2021 का अंतिम परिणाम घोषित कर दिया गया है. इसके लिए अंतिम परिणाम में देश भर के 685 परीक्षार्थियों का चयन किया गया है. जिसमें से आठ झारखंड से भी हैं. इसमें से कई मेधावी ऐसे भी हैं, जो पहले से ही सरकारी नौकरी में थे. इन्हीं में से एक हैं झारखंड सरकार के संस्थान ट्राइबल रिसर्च इंस्टिट्यूट रांची के डिप्टी डायरेक्टर राकेश रंजन उरांव. इन्होंने भी UPSC CIVIL SERVICES FINAL RESULT 2021 की अंतिम सूची में अपनी जगह बनाई है. यानी की राज्य सरकार का यह अधिकारी केंद्र सरकार के विभागों के लिए काम करेगा. यानी हेमंत का अधिकारी पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार के लिए काम करेगा. बहरहाल डिप्टी डायरेक्टर राकेश रंजन उरांव की सफलता पर उनके परिजन, शुभचिंतक गदगद कर दिया है.
हेमंत का अधिकारी अब करेगा मोदी का काम! जानें पूरा मामला - lohardaga news
यूपीएससी सिविल सर्विसेज परीक्षा 2021 के अंतिम परिणाम से झारखंड सरकार के कामकाज पर भी असर पड़ सकता है. झारखंड सरकार के संस्थान ट्राइबल रिसर्च इंस्टिट्यूट रांची के एक अधिकारी का चयन UPSC CIVIL SERVICES FINAL RESULT 2021 की अंतिम सूची में हो गया है. अगर ये भारतीय सेवा में जाते हैं तो पूर्व नियुक्ति के पद पर झारखंड सरकार को नई भर्ती करनी पड़ेगी.
नेतरहाट आवासीय विद्यालय के छात्र और बीआईटी मेसरा से इंजीनियरिंग करने वाले राकेश रंजन उरांव UPSC CSE पास करने के लिए प्रयासरत थे. अंततः उनकी कोशिश रंग लाई है. लोहरदगा के राकेश रंजन उरांव ने यूपीएससी सिविल सर्विसेज परीक्षा 2021 में सफलता हासिल की. राकेश की सफलता से पूरा परिवार आह्लादित है. राकेश के पिता गोपाल उरांव एसबीआई से स्पेशल असिस्टेंट के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं, जबकि राकेश की मां सुखमनी तिर्की लोहरदगा शहरी क्षेत्र के चुन्नी लाल उवि की सहायक शिक्षिका हैं.
डिप्टी डायरेक्टर हैं राकेशः यूपीएससी परीक्षा पास करने से पहले भी राकेश रंजन सरकारी नौकरी में थे. वर्तमान में वे Tribal Research Institute Ranchi में बतौर डिप्टी डायरेक्टर कार्यरत हैं. वह रांची जिले में कार्यपालक दंडाधिकारी के पद पर भी रह चुके हैं. राकेश प्रारंभ से ही प्रतिभाशाली रहे हैं. उन्होंने पांचवीं झारखंड लोक सेवा आयोग की परीक्षा में पहले प्रयास में ही सफलता पा ली थी. इसके बाद से झारखंड सरकार के संस्थान में बतौर अधिकारी काम कर रहे हैं. इससे पहले राकेश नौ जुलाई 2009 से लेकर वर्ष 2016 तक एनटीपीसी में भी काम कर चुके हैं. राकेश ने पूरी तैयारी घर पर रहकर की है, वह विवाहित हैं और उनकी दो जुड़वा बेटियां भी हैं.
लक्ष्य से नहीं हटाई निगाहःप्रारंभ अपने जीवन के लक्ष्य को लेकर स्पष्ट रहने वाले राकेश उरांव कभी भी अपना लक्ष्य नहीं भूले. झारखंड सरकार में अधिकारी रहने के बावजूद वह संतुष्ट नहीं हुए. यूपीएससी पास करने के अपने लक्ष्य से उन्होंने नजर नहीं हटाई. अब यूपीएससी सीएसई में सफलता के बाद उनका लक्ष्य सधता नजर आ रहा है.