रांची: देश में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई है. कोरोना के मरीज हो को ठीक करने में ऑक्सीजन दवा का काम करता है. इसीलिए ऑक्सीजन की मांग 4 गुना से 5 गुना ज्यादा बढ़ गई है. ऑक्सीजन की मांग सिर्फ अस्पतालों और स्वास्थ्य संस्थानों में ही नहीं बल्कि आम लोग भी कर रहे हैं. लोग अपने घरों में ऑक्सीजन सिलेंडर रख रहे हैं, ताकि परिवार का कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित हो जाए तो उसे ऑक्सीजन की कमी ना हो सके.
डॉक्टरों का कहना है कोरोना के मरीजों को ज्यादा दिक्कत सांस लेने में होती है. ऐसी स्थिति में ऑक्सीजन सिलेंडर बहुत ही महत्वपूर्ण होता है. मरीज चाहे अस्पताल में हो या फिर घर पर रहकर होम आइसोलेशन में इलाज करा रहा हो, किसी भी सूरत में कोविड के मरीजों को ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ती ही है. इसीलिए वर्तमान में जिस तरह से कोविड-19 के मरीजों का आंकड़ा बढ़ रहा है, वैसे में ऑक्सीजन सिलेंडर की भी अत्यधिक मांग बढ़ गई है.
ऑक्सीजन से जुड़े व्यापारियों की भी बड़ी मुश्किलें
ऑक्सीजन सिलेंडर का कारोबार करने वाले व्यापारियों का कहना है कि कोरोना काल से पहले ज्यादातर सिलेंडर अस्पताल या स्वास्थ संस्थान ही ले जाते थे. वर्तमान समय में ज्यादातर लोग अपने घरों में भी ऑक्सीजन सिलेंडर रख रहे हैं. जिस वजह से डिमांड ज्यादा हो गई है कि सप्लाई करना मुश्किल हो रहा है. लोगों का कहना है कि पहले सिलेंडर तुरंत रिफिल किया जाता था. अब लोगों को 24 घंटे बाद ही सिलेंडर भरकर दिया जा रहा है, क्योंकि अब नए सिलेंडर नहीं मिल रहे हैं और कोरोना की वजह से सिलेडर का एक्सचेंज भी नहीं किया जा रहा है.
मांग बढ़ने से कीमत में आई उछाल
सिलेंडर की मांग बढ़ने से उस के दामों में भी बढ़ोतरी आई है. दामों की वृद्धि में तुलना करें तो 10 लीटर का सिलेंडर कोरोना काल से पूर्व 160 रुपया में भराया जाता था, वर्तमान में उसी सिलेंडर को भरने के लिए 200 से भी ज्यादा रुपए का भुगतान करना पड़ता है. 47 लीटर का सिलेंडर की बात करे तो आज की तारीख में 400 से 500 रुपया प्रति सिलेंडर देना पड़ता है. जबकि पहले ऑक्सीजन सिलेंडर भरवाने के लिए 280 रुपया देना पड़ता था.
रिम्स में बढ़ाए जाएंगे ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड
रिम्स अस्पताल में भी ऑक्सीजन की बढ़ती मांग को देखते हुए रिम्स के सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी और वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. डीके सिन्हा बताते हैं कि मरीजों को ऑक्सीजन मुहैया कराने के लिए ऑक्सीजन बेड की बढ़ोतरी की जा रही है. अगले 4 से 5 दिनों तक में रिम्स में 220 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड हो जाएंगे. वर्तमान में 107 बेडों पर मरीजो को ऑक्सीजन मुहैया कराया जा रहा है.
इसके अलावा रिम्स के ट्रॉमा सेंटर के सभी बेडों पर ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था की जाएगी. ताकि वेंटिलेटर के माध्यम से लोगों को ऑक्सीजन की कमी ना हो सके. रिम्स के ट्रामा सेंटर के लिए रिम्स प्रबंधन की ओर से 13 हजार लीटर का ऑक्सीजन सिलेंडर भी बनाया गया है. जिससे कोरोना के मरीजों को निर्बाध ऑक्सीजन मुहैया हो पा रही है.
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