रांचीः मरांग गोमके पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना का लाभ अबतक सिर्फ अनुसूचित जनजाति के छात्रों को मिल रहा था. लेकिन हेमंत सोरेन सरकार ने इस योजना की दायरा बढ़ाया है. अब अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक और पिछड़ा वर्ग के मेधावी छात्रों को भी मरांग मोमके पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना का लाभ मिलेगा. इस स्थिति में आर्थिक रूप से कमजोर राज्य के मूलवासी सामान्य वर्ग के बच्चों में आक्रोश है. विद्यार्थियों ने हेमंत सरकार से सवाल पूछा है कि क्या गरीब सवर्ण के मेधावी बच्चों का विदेश में पढ़ने का सपना पूरा नहीं होगा.
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हेमंत सोरेन की सरकार ने राज्य के आदिवासी विद्यार्थियों को वर्ष 2021 से ऑक्सफोर्ड और कैंब्रिज जैसे विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा ग्रहण करने का अवसर दिया है. मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के माध्यम से मेधावी छात्र-छात्राओं को विदेशों में पढ़ने का मौका दिया जा रहा है. लेकिन अब इसका दायरा बढ़ाया गया है. अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक और पिछड़ा वर्ग के मेधावी छात्र-छात्राएं इस योजना का लाभ उठा सकते हैं.