रांची:जानबूझ कर जेवीएम सुप्रिमो बाबूलाल मरांडी की पालाजोरी की चुनावी सभा को बाधित करने का आरोप देवघर प्रशासन पर लगाया गया है. इसे लेकर पार्टी के एक प्रतिनिधि मंडल ने बुधवार को चुनाव आयोग का दरबाजा खटखटाया है.
दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग
अधिवक्ता मंच के केंद्रीय अध्यक्ष आरएन सहाय के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे से मिलकर लिखित रूप से देवघर प्रशासन पर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के हेलीकॉप्टर गलत अक्षांस और देशांतर पर उपलब्ध करा कर चुनावी सभा को अवरूद्ध करने का आरोप लगाया है. प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश देवघर जिला प्रशासन को देने की मांग की है.
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भाजपा सरकार के इशारे पर हो रहा है काम
जेवीएम के प्रतिनिधिमंडल ने कहा है कि मामले में स्पष्ट रूप से देवघर प्रशासन की ओर से साजिश की गई है. देवघर प्रशासन प्रत्यक्ष रूप से भाजपा सरकार के इशारे पर काम कर रही है. देवघर प्रशासन के इस साजिश के कारण जेवीएम प्रत्याशी के चुनाव को बुरी तरह प्रभावित किया गया है, साथ ही यह जेवीएम सुप्रीमो के जान और सुरक्षा से भी खिलवाड़ का मामला है. सहाय ने कहा कि देवघर प्रशासन की ओर से बाबूलाल मरांडी के पालाजोरी में आयोजित चुनावी जनसभा के लिए जो कोर्डिनेट उपलब्ध कराया गया था वह गलत है.
20 मिनट तक आसमान में चक्कर लगाता रहा हेलीकॉप्टर
इस कोर्डिनेट के अनुसार चुनावी सभास्थल खोजने में हेलीकॉप्टर 20 मिनट तक आसमान में चक्कर लगाता रहा. इस वजह से हेलीकॉप्टर का ईंधन भी घटता चला गया. हेलीकॉप्टर का रिफ्यूलिंग भी पालाजोरी में कराना था. इसलिए वहां हेलीकॉप्टर का उतरना आवश्यक था. 20 मिनट तक चक्कर लगाने और कम होते ईंधन के कारण बगैर जनसभा किए बाबूलाल मरांडी को लेकर हेलीकॉप्टर जोखिम उठाते हुए रांची एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गया. सहाय ने कहा कि देवघर प्रशासन के इस रवैये के कारण कोई भी बड़ी दुर्घटना घट सकती थी. वहीं, गलत कोर्डिनेट के कारण हेलीकॉप्टर भटक कर कही भी जा सकता था.