झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

Cyber Crime In Ranchi: न कोई फोन न ही कोई ओटीपी, फिर भी खाते से गायब हो गए 1.05 लाख

देश में लगातार साइबर अपराध बढ़चे जा रहे हैं. साइबर अपराधी कितने शातिर हो गए हैं इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि रांची के एक भुक्तभोगी के पास ना तो कोई फोन आया ना ही कोई ओटीपी, इसके बाद भी उसके खाते से एक लाख से ज्यादा रकम गायब हो गए.

Cyber criminals took out more then one lakh
concept Image

By

Published : Apr 2, 2023, 10:16 PM IST

Updated : Apr 3, 2023, 7:10 AM IST

रांची:साइबर अपराधी हर दिन अपनी नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल कर किसी न किसी के खाते से रकम गायब कर दे रहे हैं. अब तो साइबर अपराधी ना ही किसी को ओटीपी भेज रहे हैं और ना ही फोन कर रहे हैं, इसके बावजूद खातों से पैसे गायब हो जा रहे हैं. इसी प्रकार का एक मामला रांची के बरियातू थाना में रिपोर्ट किया गया है, जिसमें संजय नाम के व्यक्ति के खाते से एक लाख पांच हजार रुपये गायब कर हो गए.

ये भी पढ़ें:Cyber Fraud In Ranchi:अब स्मार्ट मीटर लगवाने के नाम पर ठगी की कोशिश कर रहे हैं साइबर अपराधी, लोगों को सावधान रहने की जरूरत

क्या है पूरा मामला:रांची के बरियातू थाना क्षेत्र के संस्कृति विहार के रहने वाले संजय कुमार के खाते से साइबर अपराधियों ने एक लाख पांच हजार रुपए की अवैध निकासी कर ली गई. इस संबंध में संजय ने बरियातू थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. अपने आवेदन में संजय ने पुलिस को बताया कि शनिवार की सुबह उनके फोन पर यस बैंक का एप आया, जिसे उन्होंने ऑनलाइन ट्रांजेक्सन के लिए डाउनलोड किया. कुछ देर के लिए उन्होंने एप को यूज किया और फिर उसे क्लोज कर दिया. इसी बीच उनके फोन पर लगातार पैसे निकाले जाने का मैसेज आने लगा. खाते का डिटेल निकालने पर पता चला कि उनके खाते से 50-50 हजार करके दो बार और एक बार पांच हजार रुपए की निकासी हुई है. संजय सबसे पहले भागे भागे अपने नजदीकी बैंक पहुंचे और जाकर अपने खाते को ब्लॉक करवाया. इसके बाद वे सीधे बरियातू थाना पहुंचे और मामला दर्ज कराया.

जांच में जुटी पुलिस:संजय ने पुलिस को यह बताया है कि उनके मोबाइल में ना ही कोई ओटीपी आया और न ही उनको किसी तरह का फोन किया गया, लेकिन इसके बावजूद उनके खाते से पैसे गायब कर दिए गए. पुलिस अब संजय के खाते का डिटेल लेकर क्या जानकारी जुटा रही है कि उनके खातों से पैसे किन किन खातों में गए हैं, ताकि मामले में आगे की कार्रवाई की जा सके.

Last Updated : Apr 3, 2023, 7:10 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details