रांचीः झारखंड में कोरोना संक्रमण के दौरान ऑनलाइन पेमेंट का प्रचलन तेजी के साथ बढ़ा है. अलग अलग कंपनियों ने अपने पेमेंट एप लांच कर दिए, जिससे लोग सब्जी से लेकर कीमती गहनों तक की खरीदारी ऑनलाइन पेमेंट के जरिए करने लगे. लेकिन अब यही पेमेंट एप साइबर अपराधियों के लिए ठगी का एक नया हथियार बन गया है. साइबर अपराधियों ने नया तरीका इजाद करते हुए अब अलग अलग पेमेंट एप का स्पूफ तैयार कर ठगी को अंजाम दे रहे हैं. इसमें साइबर ठग छोटे-छोटे दुकानदारों को अपना शिकार बना रहा है.
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क्या है स्पूफ और कैसे करता है कामःऑनलाइन पेमेंट एप पेटीएम, फोन पे, गूगल पे, अमेजन पे से मिलता जुलता स्पूफ एप spoof app है. इस स्पूफ एप के जरिए ठग किसी भी दुकान में जाकर खरीदारी करता है और स्पूफ पेमेंट एप से ऑनलाइन पेमेंट करते हैं. इस दौरान पेमेंट होता दिखाई तो देता है. लेकिन संबंधित व्यक्ति के खाते तक वह राशि नहीं पहुंचता है. लेकिन ट्रांजेक्शन या पेमेंट कंप्लीट दिखता है. स्थिति यह है कि साइबर फ्रॉड इस एप के जरिए छोटे से लेकर बड़े दुकानदारों को पेमेंट के नाम पर चूना लगा रहा है. हाल के दिनों में रांची में कई ऐसे मामले साइबर पुलिस के पास पहुंचा है, जिसकी जांच की जा रही है.
रांची के मोराबादी मैदान में फुटपाथी दुकानदार से स्पूफ ऐप के जरिए हजारों रुपए की ठगी कर ली गई, जो मामला थाना नहीं पहुंची है. वहीं, लोअर बाजार थाना क्षेत्र के एक कारोबारी से स्पूफ एप spoof app के जरिए 50 हजार की ठगी कर ली गई. इससे संबंधित शिकायत साइबर थाने में दर्ज की गई है. इसके साथ ही अरगोड़ा इलाके के एक बीयर बार में साइबर अपराधियों ने पार्टी की और 6300 रुपये का पेमेंट स्पूफ एप के जरिए की. लेकिन राशि संचालक के खाते में ट्रांसफर नहीं हुआ.