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साइबर अपराधियों की नई चाल, फेसबुक पर फर्जी प्रोफाइल बना मांगे जा रहे मदद के नाम पर पैसे

रांची में साइबर ठग इन दिनों अलग-अलग हथकंडे अपना कर लोगों से ठगी कर रहे हैं. साइबर ठगों ने कई लोगों के ओरिजनल प्रोफाइल से तस्वीरें निकाल कर, उन्हीं के नाम पर एक दूसरी प्रोफाइल बनाकर पैसा मांगकर ठगी कर रहे है. साइबर पुलिस को इस बात की जानकारी मिली है और लगातार कार्रवाई कर रही है.

साइबर अपरधियों की चालः फेसबुक पर फर्जी प्रोफाइल बना मांगे जा रहे मदद के नाम पर पैसे
साइबर थाना

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Published : Apr 22, 2020, 11:55 PM IST

Updated : Apr 23, 2020, 4:36 PM IST

रांचीः कोरोना वायरस संक्रमण के कारण किए गए लॉकडाउन के दौरान ठगी के लिए साइबर ठगों ने नया पैतरा अपनाया है. साइबर ठगों ने कई लोगों के ओरिजनल प्रोफाइल से तस्वीरें निकाल कर, उन्हीं के नाम पर एक दूसरी प्रोफाइल बनायी. इसके बाद पहले प्रोफाइल में फ्रेंड लिस्ट में शामिल लोगों को मैसेज भेज कर पैसे की जरूरत बताते हुए पैसे मांगना शुरू कर दिया.

इस तरह की जालसाजी की कई शिकायतें साइबर सेल को मिली है. रांची के बरियातू इलाके में रहने वाले कारोबारी बिजेंद्र सिंह के फेसबुक प्रोफाइल की तस्वीर कॉपी कर उनके करीबियों को पैसे के लिए मैसेज भेजे गए थे. बिजेंद्र सिंह ने बताया कि उनके परिचितों ने जब उन्हें फोन किया तब उन्हें जानकारी मिली. इसके बाद उन्होंने साइबर सेल को फोन कर एकाउंट की रिपोर्ट करायी.

बचाव के लिए ऐसे भेजा जा जा रहा मैसेज

फेसबुक क्लोनिंग से बचाव के लिए अब एक खास तरह का मैसेज भी भेजा जा रहा है. जिसमें लोग यह बता रहे है कि उन्होंने अपनी दूसरी एकाउंट नहीं बनायी. फेसबुक फ्रेंड्स को मैसेज भेज कर बताया जा रहा है कि किसी दूसरे फेसबुक एकाउंट के मैसेंजर से पैसे मांगे जा रहे हों, तो उसे पैसे न दें.

क्या करें जब फेसबुक क्लोनिंग हो

फेसबुक आईडी की क्लोनिंग होने पर तत्काल इसकी जानकारी साइबर थाने को दें. फेक आईडी के लिंक के खिलाफ अधिक से अधिक रिपोर्ट करें, ताकि फेसबुक की ओर से भी फर्जी आईडी के निलंबन की कार्रवाई हो. साइबर शाखा आईडी के आईपी एड्रेस के जरिए जालसाजों तक पहुंच चुकी है.

कई शराब दुकानों की आईडी बनाकर भी ठगी

रांची समेत राज्य के कई शराब दुकानों की भी फर्जी आईडी बनाकर ऑनलाइन शराब की डिलिवरी का झांसा दिया जा रहा है. साइबर अपराधी शराब दुकान के नाम पर बनी फर्जी आईडी को पैसे देकर बुस्ट भी करा रहें, ताकि यह ज्यादा से ज्यादा फेसबुक यूजर्स तक पहुंचे. इसके बाद इस आइडी से होम डिलिवरी के नाम पर पैसे की ठगी की जा रही है. साइबर सेल की जांच में यह तथ्य आया है कि ठगी के लिए जिन नंबरों का प्रयोग हो रहा उनका इस्तेमाल पश्चिम बंगाल में किया जा रहा है.

Last Updated : Apr 23, 2020, 4:36 PM IST

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