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CRPF और झारखंड पुलिस में विवाद, कमांडेंट ने IG को भेजा लीगल नोटिस, लगाए कई आरोप

सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट राहुल सोलंकी ने झारखंड पुलिस को लीगल नोटिस भेजा है. कमांडेंट ने विधानसभा चुनाव 2019 में सीआरपीएफ जवानों के साथ जानवरों जैसा सलूक किए जाने की बात कही और कई गंभीर आरोप लगाए. राहुल सोलंकी के लीगल नोटिस ने झारखंड पुलिस में खलबली मचा दी है.

CRPF commandant sent legal notice to jharkhand police ig
CRPF और झारखंड पुलिस में विवाद,

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Published : Jan 3, 2020, 3:01 AM IST

रांची: झारखंड में नक्सलियों से लोहा लेने में झारखंड पुलिस के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने वाली सीआरपीएफ की अहम भूमिका है. लेकिन झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ के बीच इन दिनों कुछ ठीक नहीं चल रहा है.

कमांडेंट ने IG को भेजा लीगल नोटिस


विधानसभा चुनाव 2019 में CRPF जवानों के साथ हुआ जानवरों जैसा सलूक
कुछ दिनों से झारखंड में पुलिस और सीआरपीएफ के बीच समन्वय खराब होने की खबरें आती रही हैं. लेकिन अब सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट राहुल सोलंकी के लीगल नोटिस ने झारखंड पुलिस में खलबली मचा दी है. राहुल सोलंकी ने विधानसभा चुनाव के दौरान झारखंड में तैनात सीआरपीएफ जवानों के साथ जानवरों जैसा सलूक किए जाने का आरोप लगाया और अपने वकील के माध्यम से पूरे मामले में एक लीगल नोटिस झारखंड पुलिस के आईजी मानवाधिकार और रांची के प्रभारी आईजी नवीन कुमार सिंह को भेजा है. राहुल सोलंकी सीआरपीएफ के 222 बटालियन में पोस्टेड है. झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान वे एडहॉक पर गठित 304 बटालियन में उनकी प्रतिनिधि थी.

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झारखंड पुलिस को CRPF के तरफ से लीगल नोटिस, जानें पूरा मामला
आईजी नवीन कुमार सिंह को भेजे गए लीगल नोटिस के मुताबिक सीआरपीएफ बटालियन को झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले और दूसरे चरण में पलामू और चाईबासा में तैनात किया गया था. दूसरे चरण के चुनाव के बाद सीआरपीएफ कंपनी को रांची के खेल गांव स्थित स्पोर्ट्स कंपलेक्स में ठहराया गया था. सीआरपीएफ के लिए यहां रांची पुलिस और लोकल प्रशासन को लॉजिस्टिक सपोर्ट देना था, इसके अलावा सीआरपीएफ के ठहरने के सारे इंतजाम भी उन्हें ही करने थे.


नहीं मिली जवानों को बेसिक से सुविधाएं
नोटिस के अनुसार रांची स्थित स्पोर्ट्स कांपलेक्स में जवानों को बेसिक से सुविधाएं भी नहीं मिली. अधिकांश जवान शौच के लिए बाहर गए. उन्हें पीने लायक पानी भी नहीं दिया गया. वाटर कैनन के गंदे लाल और दुर्गंध युक्त पानी से जवानों ने खाना बनाया. नोटिस में इस बात का भी जिक्र है कि उसी दिन 6 बजे कांपलेक्स में छत्तीसगढ़ से आई बटालियन के कंपनी कमांडर और सिपाही के बीच कहासुनी हुई थी. जिसके बाद सिपाही ने अपने कमांडर को गोली मार खुद को भी गोली मार ली थी. ऐसे में सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट जवानों को हो रही परेशानी की जानकारी आला अधिकारियों को दी थी. लेकिन जवानों के द्वारा परेशानी की शिकायत किए जाने के बाद उन्हें वहां से हटा दिया गया. इसके बाद उन्हें वापस छत्तीसगढ़ के बीजापुर हेड क्वार्टर भेज दिया गया, साथ ही उनकी जिम्मेदारी इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी को सौंप दी गई.


IG नवीन कुमार सिंह पर मीडिया में गलत जानकारी देने का आरोप
राहुल सोलंकी ने पूरे मामले में आईजी नवीन कुमार सिंह पर मीडिया में गलत जानकारी देने का आरोप लगाया है. राहुल सोलंकी के मुताबिक पूरे घटना की गलत जानकारी मीडिया को देखकर आईजी ने सीआरपीएफ और उनके कमांडेंट के बारे में गलत जानकारी दी. सीआरपीएफ अधिकारी का आरोप है कि 8 दिसंबर को खेलगांव में हुई घटना के बारे में अनुसंधान पूरा किए बगैर गलत जानकारी दी गई. असिस्टेंट कमांडेंट के बारे में गलत बताया गया कि वह जवानों को खेलगांव में छोड़कर स्वयं होटल चले गए थे. असिस्टेंट कमांडेंट ने यह भी आरोप लगाया कि पूरे मामले में चुनाव आयोग को भी गलत जानकारी दी गई है. इस गलत रिपोर्ट के कारण सीआरपीएफ के कई अधिकारियों को चुनाव के दौरान ही बदल दिया गया था. जिससे भारत सरकार के पैसे का नुकसान भी हुआ.

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