रांची:सावन की अंतिम सोमवारी पर पहाड़ी मंदिर में श्रद्धालुओं की हुजूम दिखी, जो भगवान शिव की पूजा-अर्चना के साथ साथ जलाभिषेक किया. श्रद्धालुओं ने बताया कि पिछले 2 वर्षों से कोरोना के कारण पूजा करने का मौका नहीं मिल रहा था. लेकिन इस साल मंदिर पहुंचकर जल चढ़ाने का अवसर मिला है. इसलिए मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक हैं.
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शिव भक्तों में उत्साह है. लेकिन दुकानदारों में खुशी नहीं है. सावन माह में मंदिर के बाहर सिंदूर, बेलपत्र, गंगाजल, रुद्राक्ष आदि सामान बेचकर कमाई करते हैं. इन छोटे व्यापारियों को इस बार भक्तों की भीड़ का लाभ नहीं मिला है. मंदिर के बगल में बेलपत्र और गंगाजल बेच रहे दुकानदार ने बताया कि कोरोना काल से पहले जिस प्रकार से सामान की बिक्री होती थी, वह इस साल नहीं हुई है. श्रद्धालुओं की भीड़ जरूर है. लेकिन दुकानों में खरीदारी नहीं कर रहे हैं.
दुकानदारों ने बताया कि 2 साल के बाद मंदिर का पट खोला है. उम्मीद थी कि इस साल कमाई अच्छी होगी. इससे मोटी पूंजी लगाकर दुकान में सामान खरीदा, ताकि ग्राहक वापस नहीं लौटे. लेकिन बिक्री नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि सड़क पर आने वाली स्थिति हो गई है. बता दें कि रांची के पहाड़ी मंदिर के बाहर दुकान सजाने वाले दुकानदारों को सावन माह की कमाई से साल भर अपने परिवार का भरण पोषण करते थे. लेकिन इस साल स्थिति ठीक नहीं है. इससे दुकानदोरों के चेहरे पर मायूसी है.