रांची: राजधानी रांची के सबसे व्यस्ततम इलाकों में शुमार कचहरी चौक के पास बाइक सवार दो अपराधियों ने एक व्यक्ति से 1.60 लाख की छिनतई कर ली, जिस स्थान पर छिनतई की वारदात को अंजाम दिया गया, वहां ट्रैफिक से लेकर पुलिस के कई जवान ड्यूटी पर थे, लेकिन इसके बावजूद अपराधियों ने छिनतई की वारदात को अंजाम दिया और बड़े आराम से फरार भी हो गए.
क्या है पूरा मामला
रांची के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित कचहरी चौक के पास कटे-फटे नोट बदलने का कारोबार करने वाले बसंत सिंह हर दिन की तरह अपना काम खत्म होने के बाद देर शाम घर लौट रहे थे. कचहरी चौक के पास जैसे ही वे आगे बढ़े तभी बाइक पर सवार दो अपराधी उनके पास पहुंचे और उनका रुपए से भरा बैग झपटकर फरार हो गए. बैग में 1.60 लाख रुपये थे. घटना के बाद बसंत सिंह ने अपराधियों को पकड़ने के लिए शोर भी मचाया, लेकिन पास में खड़े ट्रैफिक पुलिस और ना ही पुलिस के जवानों ने उनकी मदद की. वहीं बाइक सवार दोनों अपराधी तेज गति से फरार होने में कामयाब हो गए.
महिला थाना प्रभारी ने नहीं उठाया फोन
छिनतई के बाद बसंत सिंह ने भूलवश रांची के महिला थाना प्रभारी को कई बार फोन किया, लेकिन महिला थाना प्रभारी ने एक बार भी उनका फोन नहीं उठाया. रांची का कोतवाली थाना और महिला थाना बिल्कुल पास में है, ऐसे में बसंत को लगा कि महिला थाना का नंबर ही कोतवाली थाने का नंबर है, जिसके बाद उन्होंने मदद के लिए कई बार महिला थाना प्रभारी को फोन किया, लेकिन उधर से कोई जवाब नहीं मिला.
कोतवाली पुलिस जांच में जुटी
कोतवाली थाना पहुंचने के बाद बसंत सिंह को यह मालूम चला कि वह जिस नंबर पर फोन कर रहे थे वह कोतवाली थाना का नंबर नहीं था. कोतवाली थाने पहुंचकर बसंत सिंह ने छिनतई की वारदात से जुड़ी सारी बातें पुलिस को बताई, जिसके बाद कोतवाली थाना प्रभारी शैलेश प्रसाद खुद कचहरी चौक पहुंचे, लेकिन अपराधियों का कोई सुराग नहीं मिला. फिलहाल पुलिस आसपास में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपराधियों की तलाश कर रही है.
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रांची पुलिस पर सवालिया निशान
राजधानी रांची के कचहरी चौक पर हुए सारे शाम हुए इस छिनतई की वारदात ने रांची पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था के दावे की पोल खोलकर रख दी है. जिस जगह से अपराधियों ने छिनतई की वारदात को अंजाम दिया वहां हमेशा पुलिस का पहरा रहता है. पास में ही ट्रैफिक एसपी, साइबर थाना और पुलिस का कंट्रोल रूम है. इसके बावजूद अपराधियों ने दुःसाहस को अंजाम दिया.