रांचीः एटीएस के डीएसपी नीरज कुमार और दरोगा सोनू साहू और अरगोड़ा में कोयला कारोबारी रंजीत गुप्ता पर फायरिंग केस में कार्रवाई की है. जिसमें एटीएस द्वारा आरोपी बनाए गये अमन साव के दो शूटर्स को गिरफ्तार किया और पेशी के बाद जेल भेज दिया है.
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बॉबी और राजन की हुई गिरफ्तारीः गैंगस्टर अमन साव गिरोह के शूटर सिद्धार्थ कुमार उर्फ बॉबी साव को लोहरदगा के भंडरा के भौरों गांव से और राजन कुमार को पतरातू के टेरपा आजाद टोली से गिरफ्तार किया गया. एटीएस ने आरोपियों के पास से 7.65 एमएम की पिस्टल, एक गोली और एक मोबाइल फोन बरामद किया है. आरोपियों की गिरफ्तारी में रामगढ़ और लोहरदगा पुलिस की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही.
एटीएस एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि दोनों अभियुक्त अमन साव के नाम का इस्तेमाल कर कोल कंपनी के अधिकारी और अन्य कारोबारियों को जान की धमकी देकर रंगदारी के तौर पर उनसे भारी रकम की वसूली कर रहे थे. इससे पहले बुधवार को झारखंड के रामगढ़ जिले के पतरातू में हुई गोलीबारी की घटना को लेकर एटीएस ने एफआईआर दर्ज की थी. एटीएस द्वारा दर्ज इस एफआईआर में दुमका जेल में बंद गैंगस्टर अमन साव, कथित मयंक सिंह, चंदन साव, बॉबी साव समेत अन्य को आरोपी बनाया गया है.
कड़ी सुरक्षा के बीच बॉबी और रंजीत की पेशीः इससे पहले गुरुवार को बॉबी और रंजीत को कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत में पेश किया गया. पेशी के समय एटीएस के जवानों ने अदालत परिसर को घेर कर रखा था. अदालती कार्रवाई के बाद दोनों को न्यायिक हिरासत में रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार भेज दिया गया है.
तीन दिन की कार्रवाई में अमन गिरोह के पांच सदस्य गिरफ्तारः बीते सोमवार को एटीएस डीएसपी नीरज कुमार और पतरातू थाने के दरोगा सोनू साव पर अमन गैंग के अपराधियों के द्वारा फायरिंग की गई थी. इस घटना के बाद से ही अमन साव गिरोह के खिलाफ ऐसी कार्रवाई लगातार जारी है. सोमवार से लेकर गुरुवार तक कुख्यात चंदन साव, अंसारी सहित गैंग के पांच अपराधी एटीएस के द्वारा गिरफ्तार किए जा चुके हैं. एटीएस का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा.