रांचीःझारखंड की राजधानी रांची सहित कई शहरों में सेक्सटॉर्शन के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. फेसबुक, व्हाट्सएप सहित कई वीडियो कॉल एप इसके बाजार बन गए हैं. साइबर अपराधी सेक्सटॉर्शन के जरिए लोगों को ब्लैकमेल कर उनसे रुपए ऐंठ रहे हैं, लेकिन इसमें सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि साइबर ठगी के आंकड़े कम हो गए हैं.
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हर दिन 500 से ज्यादा लोगों को शिकार बनाने की कोशिशः साइबर क्राइम पोर्टल पर साइबर क्राइम से जुड़ी जो शिकायतें आ रही हैं उनमें अगर हम केवल सेक्सटॉर्शन के आंकड़े की बात करें तो हैरान कर देने वाली जानकारी सामने आती है. झारखंड में हर दिन साइबर अपराधी लगभग 500 लोगों को सेक्स चैट में फंसा कर उन्हें ब्लैकमेल कर ठगी को अंजाम देने की कोशिश करते हैं, लेकिन राहत की बात यह है कि 500 में से दो से तीन लोग ही सेक्सटॉर्शन के शिकार होते हैं, बाकी कोई भी साइबर अपराधियों की चाल में नहीं फंसता.
2021 फरवरी माह में झारखंड में आया था सेक्सटॉर्शन का मामलाः वर्ष 2021 के फरवरी महीने में झारखंड में व्हाट्सएप, फेसबुक और दूसरे वीडियो एप के जरिए सेक्सटॉर्शन के मामले शुरू हुए थे. पहले लोग लोक लाज के भय की वजह से साइबर अपराधियों को पैसे दे देते थे और पुलिस तक रिपोर्ट नहीं करते थे, लेकिन साल 2022 में रांची में सेना के एक मेजर से साइबर अपराधियों ने सेक्सटॉर्शन कर पैसों की ठगी करनी शुरू की थी. मेजर ने हिम्मत दिखाते हुए रांची के सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी. साइबर पुलिस ने मामले में सदर इलाके में ही छापेमारी कर विक्की कुमार आर्या को धर दबोचा. गिरफ्तार विक्की कुमार आर्या ने जो खुलासे किए हैं वह बेहद चौंकाने वाले थे.
झारखंड के चार शहरों में साइबर अपराधी देते हैं सेक्सटॉर्शन की ट्रेनिंगः पूछताछ में विक्की ने बताया था है कि झारखंड के हजारीबाग, जामताड़ा, देवघर और गिरिडीह जैसे शहरों में साइबर अपराधी वहां के युवकों को बकायदा सेक्सटॉर्शन के तरीके सिखाते हैं. सेक्सटॉर्शन कैसे करना है, किन एप का प्रयोग करना है इसकी ट्रेनिंग दी जाती है. जिसके बाद ट्रेंड युवक स्कोका जैसे एडल्ट डेटिंग साइट का प्रयोग कर सेक्स के नाम पर ब्लैकमेल कर ठगी को अंजाम देते हैं. हाल के दिनों में जिन लोगों से ठगी हुई है उनमें आर्मी के मेजर से लेकर नेता, अफसर और आमलोग भी शामिल हैं.
पूर्व में साइबर अपराधी हरियाणा और राजस्थान से करते थे ठगीः लॉकडाउन के दौरान राजधानी सहित राज्य के दूसरे जिलों में सेक्सटॉर्शन के मामले सामने आए थे.जांच में यह पता चला था कि हरियाणा और राजस्थान में बैठ कर वहां के कुछ साइबर क्रिमिनल्स गिरोह का संचालन करते हैं. इसी बीच झारखंड सीआईडी की सूचना पर हरियाणा और राजस्थान में छापेमारी कर गिरोह के कई साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस की दबिश को बढ़ता देख साइबर अपराधियों ने झारखंड के साइबर अपराधियों को ही सेक्सटॉर्शन करने के तरीके की ट्रेनिंग देकर बकायदा उन्हें झारखंड भेज दिया. अब ऐसे युवक जो ट्रेंड हो चुके हैं झारखंड के अलग-अलग जिलों में बैठकर नए लड़कों को ट्रेंड भी कर रहे हैं और ठगी को अंजाम भी दे रहे हैं.
साइबर अपराधी जाल बिछाकर फंसाते हैं लोगों कोःसेक्सटॉर्शन का सबसे आसान तरीका सोशल और डेटिंग साइट्स है. इस काम में साइबर अपराधी फेसबुक, स्काइप या किसी दूसरे माध्यम का इस्तेमाल करके अपने शिकार को फंसाते हैं. पहले ये इंटरनेट पर अपनी नकली पहचान बनाते हैं. फिर खूबसूरत लड़के-लड़कियों को हनी ट्रैप की तरह इस्तेमाल कर के अपने शिकार से दोस्ती करवाते हैं. उन्हें बहुत करीब आने, दोस्ती बढ़ाने के लिए उकसाते हैं. धीरे-धीरे अपने शिकार को वेबकैम या मोबाइल कैमरे के सामने सेक्सुअल ऐक्ट करने, कपड़े बदलने और उतारने के लिए उकसाते हैं. हैरानी की बात तो यह है कि ज्यादातर लोग इनके चंगुल में फंस जाते हैं. यही कारण है कि इनके शिकार लोगों की संख्या बढ़ रही है.अपने शिकार को फंसाने के लिए इन्हें 10 दिनों से लेकर कई महीनों का समय लग जाता है.ज्यादातर गैंग बहुत ही प्रोफेशनल तरीके से काम करते हैं. पहले इंटरनेट पर दोस्ती करते हैं. इसके बाद दोनों की रजामंदी से वेबकैम के सामने कपड़े बदलने, सेक्सुअल ऐक्ट करने का सिलसिला शुरू हो जाता है और बाद में यही एपिसोड ब्लैकमेलिंग में बदल जाता है.
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जब हो जाएं सेक्सटॉर्शन का शिकार तो ये करें उपाय
- सबसे पहले नजदीक के थाने या साइबर क्राइम सेल में इसकी रिपोर्ट करें.
- अपने परिवार के किसी सदस्य को इसकी जानकारी जरूर दें, इससे आप बहुत सी परेशानियों से बच पाएंगे.
- जिस आईडी का इस्तेमाल कर के आपको ब्लैकमेल किया गया है, उसे तुरंत ब्लॉक कर दें.
- अपने इंटरनेट एडमिन को फौरन सूचित करें और ब्लैकमेल करने वाले की आईडी के बारे में जानकरी हासिल करें. जैसे आप फेसबुक पर सेक्सटॉर्शन का शिकार बने हैं तो फेसबुक एडमिन को फौरन सूचित करें.
- जिस प्लेटफॉर्म पर आपको शिकार बनाया गया है उसको कुछ समय के लिए डीऐक्टिवेट कर दें.
- यह बात ध्यान रखें कि आप जितना डरेंगे, उतना ही आपको डराया जाएगा.
- आपने ब्लैकमेल करनेवाले से जो भी चैट किया है उसका स्क्रीन शॉट ले लें.
- अगर आपने ब्लैकमेलिंग के लिए ऑनलाइन पेमंट किया है, तो पेमंट कहां गया है उसे देखकर पुलिस को जानकारी दें.
- ब्लैकमेलर के जरिए दी गई किसी भी जानकारी का पूरा रिकॉर्ड रखें. जैसे कि स्काइप का नाम, आईडी, फेसबुक यूआरएल, वेस्टर्न यूनियन या मनीग्राम का मनी ट्रांसफर कंट्रोल नंबर.
- कभी भी चुप ना बैठें. यह मत सोचें कि एक बार पैसा देकर बच जाएंगे. हो सकता है और डिमांड आनी शुरू हो जाए.आपसे गलती हुई है, इसलिए उसका सामना करें.आत्मविश्वास के साथ लड़ें.
- कभी भी किसी रिकॉर्डिंग, बातचीत, मेल को डिलीट न करें. क्योंकि ये लिंक्स आगे चलकर पुलिस के काम आती हैं.
- ज्यादातर साइबर गैंग फोटो या सेक्स रिकॉर्डिंग्स की क्लिपिंग भेजने के लिए मेल का इस्तेमाल करते हैं. कोशिश करें उसे बार-बार ना देखें. इससे आप परेशान होंगे.
- पैसा बिलकुल ना दें. एक बार अगर पैसा दे दिया तो भी डिमांड आ सकती है. इतना ही नहीं यह भी मुमकिन है कि ब्लैकमेलर पैसा लेने के बाद भी आपकी सेक्स वीडियो वायरल कर दे.