झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

रांची में कारोबारी से पीएलएफआई के नाम पर रंगदारी की मांग, व्यवसायी ने दर्ज करायी प्राथमिकी - ईटीवी भारत न्यूज

Extortion from businessman in name of PLFI. रांची में कारोबारी से पीएलएफआई के नाम पर रंगदारी की मांग की गयी है. इसको लेकर पीड़ित के द्वारा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. ये पूरा मामला तुपुदाना ओपी क्षेत्र का है.

Crime FIR registered in case of demanding extortion from businessman in name of PLFI in Ranchi
रांची में कारोबारी से पीएलएफआई के नाम पर रंगदारी की मांग मामले में प्राथमिकी दर्ज

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Dec 9, 2023, 7:41 AM IST

रांचीः उग्रवादी संगठन पीएलएफआई लगातार राजधानी में अपने पांव पसार रहा है. इस बार संगठन के द्वारा तुपुदाना ओपी क्षेत्र में रहने वाले एक कारोबारी से 10 लाख रुपए की रंगदारी की डिमांड की गई है. पैसे नहीं मिलने पर संगठन के द्वारा फौजी कार्रवाई की धमकी भी दी गई है.

क्या है पूरा मामलाः पीएलएफआई यानी पीपुल्स लिब्रेशन फ्रंड ऑफ इंडिया रांची में एक बार फिर से पांव पसारना शुरू कर दिया है. रांची के तुपुदाना ओपी क्षेत्र के हरदाग में गंगा कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक राजीव रंजन पांडेय से पीएलएफआई उग्रवादियों ने दस लाख रुपए पेशगी और हर महीने रंगदारी देने की मांग की है. कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक को रंगदारी नहीं देने पर काम को कहीं दूसरे जगह पर शिफ्ट करने की धमकी दी गई है. इस संबंध में राजीव रंजन ने तुपुदाना ओपी में पीएलएफआई सेंट्रल कमेटी के सुर्य कुमार यादव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. आवेदन में कहा गया है कि रंगदारी की रकम नहीं देने पर उन पर फौजी कार्रवाई की भी धमकी दी गई है. दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

पहले फेंका पर्चा फिर व्हाट्स ऐप कॉल कर मांगी रंगदारीः गंगा कंस्ट्रक्शन कंपनी के संचालक की ओर से थाना में दिए गए आवेदन में कहा गया है कि वह पलामू के रहने वाले हैं. उनका तुपुदाना के हरदाग में कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है. इसी महीने उनकी साइट पर पीएलएफआई के नाम से एक पर्चा फेंका गया. जिसके बाद उनके व्हाटस ऐप पर सेंट्रल कमेटी के सुर्य कुमार यादव का नाम लिखा हुआ मैसेज में एक पर्चा आया. 20 नवंबर को जब वह व्हाट्स ऐप देखा तो उसमें लिखा हुआ था कि संगठन से बिना बातचीत के काम कैसे कर रहे हैं. संगठन से बातचीत कर मामले को मैनेज करें. जब तक बातचीत नहीं होती है, तब तक प्लांट बंद कर दें. पलामू में काम को शिफ्ट कर लें अन्यथा फौजी कार्रवाई की जाएगी. इस क्रम में सुर्य कुमार यादव ने फोन पर भी उन्हें धमकी दी है, लगातार धमकी मिलने के बाद कारोबारी ने 7 दिसंबर को तुपुदाना ओपी पहुंचे और मामला दर्ज कराया.

For All Latest Updates

ABOUT THE AUTHOR

...view details