रांचीः एटीएस के डीएसपी नीरज कुमार और दारोगा सोनू कुमार पर हुए फायरिंग के केस में एटीएस ने अपने थाने में एफआईआर दर्ज की है. एफआईआर में जेल में बंद गैंगस्टर अमन साव को भी आरोपी बनाया गया है.
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कौन कौन बनाया गया आरोपीः झारखंड के रामगढ़ जिले के पतरातू में हुई गोलीबारी की घटना को लेकर एटीएस ने जो एफआईआर दर्ज की है. उसमें दुमका जेल में बंद गैंगस्टर अमन साव, चंदन साव, बॉबी साव, कथित मयंक सिंह समेत अन्य को आरोपी बनाया गया है. एटीएस ने इस मामले में दर्ज एफआईआर में बताया है कि दुमका जेल से बंद अमन साव के द्वारा अपराधिक साजिश रची गई थी. वह जेल में रहने के बाद भी सक्रिय है.
अमन गिरोह बना बड़ी चुनौतीः झारखंड में अमन साव गिरोह पुलिस के लिए चुनौती बन हुआ है, रांची में कोयला कारोबारी रंजीत गुप्ता पर फायरिंग व हजारीबाग में रित्विक कंपनी के शरत बाबू की हत्या के बाद अमन साव के गुर्गो ने बीते सोमवार को पुलिस पर भी हमला बोल दिया था. अमन जेल से ही अपने गैंग को बेहद सफलतापूर्वक ऑपरेट कर रहा है. पुलिस उसका कुछ बिगाड़ नहीं पा रही है उल्टा उसके गुर्गे पुलिस पर ही हमला कर रहे हैं.
रामगढ़ में एनकाउंटरः 17 जुलाई सोमवार को पुख्ता सूचना मिलने के बाद एटीएस डीएसपी नीरज कुमार अपनी टीम और रामगढ़ पुलिस के साथ अमन के गुर्गों को दबोच ने के लिए पतरातू में डेरा डाले हुए थे. लेकिन अमन के गुर्गे तो हाथ नहीं लगे उनके साथ मुठभेड़ में डीएसपी नीरज को ही गोली लग गई. नीरज को कवर कर रहे पतरातू थाने के सब इंस्पेक्टर सोनू साव ने जब अपराधियों को ललकारा तो उन्हें भी गोली मार दी गई. दोनों को आनन-फानन में बेहतर इलाज के लिए रांची लाया गया. डीएसपी नीरज को पेट में गोली लगी है जबकि दरोगा को जांघ में. हालांकि दोनों की स्थिति अब खतरे से बाहर है.