रांची: भाकपा माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने मंगलवार को कहा कि झारखंड सहित देश के कई राज्यों में चल रही गैर भाजपा दलों की भी सरकार द्वारा लिए जाने वाले फैसलों पर माले चुपचाप नहीं रहेगी. उन्होंने कहा कि यदि सरकार जनविरोधी फैसले लेगी तो उसके खिलाफ भी आवाज उठाई जाएगी. इसके अलावा उन्होंने आने वाले समय में झारखंड में पार्टी को मजबूत करने के लिए आंदोलन शुरू करने का भी ऐलान किया है. भट्टाचार्य ने कहा कि झारखंड में भी बेरोजगारी, विस्थापन और भ्रष्टाचार की समस्या है, हम इनके खिलाफ भी आंदोलन करेंगे. साथ ही खेतिहर मजदूरों को भी किसान मानने के लिए आंदोलन की भी बात कही.
झारखंड में बेरोजगारी, विस्थापन और भ्रष्टाचार के खिलाफ करेंगे आंदोलनः दीपांकर भट्टाचार्य
भाकपा माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने मंगलवार को मीडिया से बात की. इस दौरान उन्होंने बटाई पर खेती करने वाले मजदूरों को भी किसान मानने की मांग की. साथ ही कहा कि जन विरोधी फैसलों पर गैर भाजपा दलों की सरकार, चाहे झारखंड की जेएमएम सरकार हो, पं. बंगाल की ममता बनर्जी सरकार हो या पंजाब की आप सरकार, इनके खिलाफ भी आंदोलन चलाएंगे.
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भाकपा माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने आने वाले समय में माले और मासस की नजदीकियां और बढ़ने के संकेत दिए हैं. रांची में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड बिहार और देश के अन्य राज्यों में वामपंथ को मजबूत करने के लिए यह आवश्यक है.उन्होंने कहा कि अगले वर्ष फरवरी में होने वाले महाधिवेशन में इस पर सकारात्मक निर्णय होने की संभावना है. झारखंड गठन के लिए यहां हुए आंदोलन में यदि झामुमो के शिबू सोरेन का हाथ था तो एके राय जैसे वामपंथियों की भी भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. हमारी जड़ें झारखंड में शुरुआती दौर से ही मजबूत रही हैं इसलिए यहां पार्टी को नई ताकत देने की कोशिश फिर से की जाएगी.