रांची:नगर निगम के उप नगर आयुक्त के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद 13 अगस्त तक निगम कार्यालय बंद रहेगा. वहीं अब वार्ड पार्षदों को भी कोरोना का खतरा होने लगा है. ऐसे में पार्षद वार्ड कार्यालय में सफाइकर्मियों और कार्यालय में आने जाने वाले लोगों के साथ ही आसपास के लोगों की जांच के लिए इक्विपमेंट लगाने की मांग की जा रही हैं.
कोरोना संक्रमण के फैसने का खतरा
वार्ड 26 के पार्षद अरुण झा ने बुधवार को कहा कि जिस तरह से कई सफाई कर्मी बीमार होने के बावजूद काम कर रहे हैं. ऐसी स्थिति में नगर निगम के अन्य सफाई कर्मियों, सुपरवाइजर, पार्षद समेत अन्य लोगों में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है. इसको देखते हुए वार्ड कार्यालय में संक्रमण की जांच कराया जाना जरूरी है. इसके लिए सभी वार्ड कार्यालय में शुरुआती जांच के इक्विपमेंट लगाए जाने की जरूरत है. उन्होंने कहा है कि निगम की ओर से वार्ड कार्यालय और वार्ड में बैठने वाले व्यक्ति आने वाले लोगों के भी जांच की जरूरत है, ताकि संक्रमण की रोकथाम हो सके.
रांची: जनप्रतिनिधियों को सताने लगा है कोरोना का खतरा, वार्ड कार्यालय में इक्विपमेंट लगाने की मांग
रांची में नगर निगम के उप नगर आयुक्त के कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि होने के बाद से 13 अगस्त तक निगम कार्यालय को बंद किया गया है. इससे जनप्रतिनिधियों को कोरोना संक्रमण के फैलने का डर हो रहा है. इसी के तहत पार्षद अरुण झा ने वार्ड कार्यालय में संक्रमण जांच के शुरुआती इक्विपमेंट लगाने की मांग की है.
13 अगस्त तक निगम कार्यालय को बंद किया गया है.
सरकारी कार्यालयों में लोग कोरोना संक्रमित
बता दें कि झारखंड में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. राजधानी रांची में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की सबसे ज्यादा संख्या है. यही नहीं कोरोना कई सरकारी कार्यालयों तक पहुंच चुका है, जिससे सरकारी पदाधिकारी, कर्मी और जनप्रतिनिधियों को सबसे ज्यादा खतरा बना हुआ है. वहीं कोरोना संक्रमण की वजह से ही 13 अगस्त तक नगर निगम का कार्यालय भी बंद किया गया.