रांचीः झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 18 सितंबर से शुरू होकर 22 सितंबर तक चलेगा. वहीं, झारखंड में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है, इसलिए विधानसभा कैंपस में प्रवेश से पहले कोविड-19 की जांच अनिवार्य कर दी गई है. गेट नंबर-2 से एंट्री के बाद बांयी तरफ पार्किंग में विधायकों का कोविड-19 टेस्ट किया जा रहा है, जबकि गेट नंबर-2 के दाहिनी तरफ स्थित पार्किंग एरिया में कर्मचारियों और मीडियाकर्मियों का टेस्ट हो रहा है. रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही कैंपस में प्रवेश करने की अनुमति मिलेगी.
सरयू राय ने कराया कोविड टेस्ट
इस कड़ी में जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय विधायक सरयू राय ने भी अपना सैंपल दिया. विधायकों के सैंपल की जांच ट्रूनेट मशीन से की जा रही है, जबकि अन्य कर्मचारियों की जांच रैपिड एंटीजन के जरिए, जिनकी जांच रैपिड एंटीजन से की जा रही है उन्हें आधे घंटे के भीतर ही रिपोर्ट की जानकारी दे दी जा रही है.
वहीं, ट्रूनेट की रिपोर्ट शाम को आएगी. झारखंड लैंड म्यूटेशन बिल को इसी सत्र के दौरान सदन में पेश किया जाना है, जिसको भाजपा काला कानून बता रही है. इस पर सरयू राय ने कहा कि सदन पटल पर रखे जाने के बाद ही इस बिल पर किसी तरह की टिप्पणी की जा सकेगी.
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टेस्ट अभियान 22 सितंबर तक
इस मौके पर ईटीवी भारत की टीम ने विधायक सरयू राय से बात की, जिसमें विधायक ने सुरक्षा के लिहाज से उठाए जा रहे इस कदम की सराहना की. उन्होंने आम लोगों से भी अपील की कि संक्रमण बढ़ रहा है इसलिए सभी को जांच करानी चाहिए. जांच में जुटी सदर अस्पताल की टीम ने बताया कि अगर किसी की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उन्हें मोबाइल पर सूचना दे दी जाएगी.
यह जानकारी सदर अस्पताल की वेबसाइट पर भी उपलब्ध होगी. विधानसभा कैंपस में शुरू हुआ टेस्ट अभियान 22 सितंबर तक चलेगा. सत्र समाप्त होने तक जांच की व्यवस्था इसलिए की गई है कि अगर किसी ने जांच रिपोर्ट के बाद भी कोई लक्षण दिखेगा तो कैंपस में ही दोबारा जांचकर चीजें सुनिश्चित कर ली जाएंगी.