रांचीः झारखंड में फिलहाल भले ही कोरोना कमांड में हो और राज्य में एक्टिव केस (Active Case) की संख्या महज 1596 हो, लेकिन अप्रैल और मई महीने में लोगों ने कोरोना की दूसरी लहर (Corona Second Wave) के घातक रूप को देखा है. इन 2 महीनों में ही दो लाख से ज्यादा लोग जहां कोरोना संक्रमित हो गए. वहीं 3,900 के करीब लोगों को जान गंवानी पड़ी.
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सबसे ज्यादा पॉजिटिविटी रेट (Positivity Rate) वाला सप्ताह
29 अप्रैल से 5 मई वाला सप्ताह कोरोना सेकेंड वेव (Corona Second Wave) में सबसे ज्यादा पॉजिटिविटी रेट वाला सप्ताह रहा. जब हर 100 सैंपल की जांच में 60.25 सैंपल में संक्रमण मिल रहे थे. वर्तमान में यह घटकर 0.33% है.
कोरोना सेकेंड वेव का ग्राफ सबसे अधिक कोरोना संक्रमितों की मौत वाला सप्ताह29 अप्रैल से 5 मई वाले सप्ताह में जहां पॉजिटिविटी रेट सबसे ज्यादा थी, तो इस दौरान मौतें भी सबसे अधिक हुई. इस एक सप्ताह ने राज्य में 951 लोगों की जान ले ली, जबकि वर्तमान में मौत का आंकड़ा प्रति सप्ताह 10 के करीब है.
सबसे ज्यादा संक्रमित किस सप्ताह में मिलेझारखंड स्वास्थ्य विभाग (Jharkhand Health Department) के आंकड़े बताते हैं कि दूसरे वेव में सबसे ज्यादा 44 हजार 133 संक्रमित 22 अप्रैल से 28 अप्रैल के बीच मिले. जबकि अभी साप्ताहिक पॉजिटिव केस मिलने की संख्या 560 के करीब है.
झारखंड में कोरोना का नया वैरियंट
झारखंड में कोरोना की दूसरी लहर (Corona Second Wave) की तीव्रता और इसके मारक होने की मुख्य वजह नोबेल कोरोना वायरस के म्यूटेंट वैरियंट डेल्टा (Mutant Variant Delta), कप्पा और अल्फा (Kappa and Alpha) थे. राज्य के पांच जिले पूर्वी सिंहभूम, रांची, धनबाद, हजारीबाग और पलामू से होल जीनोम सीक्वेंस (Whole Genome Sequencing) के लिए सैंपल ILS भुवनेश्वर भेजे गए. 364 सैंपल में से 328 सैंपल में वैरियंट म्यूटेशन कंसेंट (Variant Mutation Consent) मिले हैं.