रांचीः झारखंड में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. इसने सरकारी सिस्टम के साथ-साथ आम लोगों को झकझोर दिया है. हालत यह है कि अब तक एक दर्जन आईएएस अधिकारी से लेकर 150 सचिवालयकर्मी संक्रमित हो चुके हैं. सरकारी कामकाज पर कोरोना का असर साफ देखा जा रहा है.
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झारखंड में कोरोना संक्रमण की चपेट में सरकार के मंत्री से लेकर विभागीय अधिकारी आ चुके हैं. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के बाद पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर संक्रमित हो चुके हैं. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री आवास बुरी तरह से कोरोना की चपेट में आ चुका है. यहां बाहरी लोगों के प्रवेश पर फिलहाल प्रतिबंध लगा दी गयी है. सीएम आवास की सुरक्षा में लगे जवान से लेकर यहां बड़ी संख्या में कार्यरत कर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं.
झारखंड सचिवालय में कोरोना का तांडवः कोरोना राज्य सचिवालय में भी प्रवेश कर चुका है. यहां विभिन्न विभागों में कार्यरत करीब एक दर्जन आईएएस अधिकारी से लेकर सचिवालय के 150 कर्मी संक्रमित हो गए हैं. हालत यह है कि स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव से लेकर विभाग के कई कर्मी संक्रमित होने के कारण आइसोलेशन में हैं. जानकारी के अनुसार अब तक जो आईएएस अधिकारी संक्रमित हुए हैं उनमें अरुण कुमार सिंह, राजीव रंजन, सतीश कुमार, दिव्यांशु झा, राजेश्वरी बी शामिल हैं. झारखंड सचिवालय संघ के महासचिव हिकेश कुमार सिंह के अनुसार अब तक 10 आईएएस अधिकारी और 150 सहायक संक्रमण का शिकार हुए हैं. संक्रमण के कारण सिर्फ आवश्यक कार्यों को निपटाया जाता है. बैठक और रुटीन कार्यों को अभी स्थगित रखा गया है. कोरोना के कारण अधिकारियों और कर्मियों के बीमार होने से सरकारी कामकाज को बुरी तरह प्रभावित कर रखा है.
कोरोना के कारण जरेडा कार्यालय बंद, बिजली विभाग में संक्रमितों की संख्या बढ़ीः आवश्यक सेवा में लगे बिजलीकर्मी भी बड़ी संख्या में संक्रमित हो चुके हैं. हालत यह है कि डोरंडा कुसई कॉलोनी स्थित जरेडा कार्यालय में संक्रमण फैलने से फिलहाल कार्यालय को बंद कर दिया गया है. इसके अलावा अन्य विभागों में कार्यरत 50 से अधिक कर्मी अब तक संक्रमित हो चुके हैं. बिजली विभाग के एक्सक्युटिव डायरेक्टर मनोज कुमार कुरमाली के अनुसार कोविड के समय यहां के कर्मचारियों की ड्यूटी और बढ़ जाती है. विभाग ने कोविड आईसोलेशन सेंटर और अस्पतालों में 24 घंटे बिजली देने की व्यवस्था की है. हालांकि यहां भी लोग संक्रमित हुए हैं उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है.
कोरोना की तीसरी लहर में सबसे ज्यादा संक्रमण राजधानी रांची में फैला है. जाहिर तौर पर दस दिनों के अंदर जिस रफ्तार में कोरोना के मरीज सामने आए हैं उससे कहीं ना कहीं सरकारी सिस्टम के साथ साथ आमलोगों को झकझोर कर रख दिया है. ऐसे में आवश्यकता इस बात की है कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर खुद बचें और दूसरे को भी संक्रमित होने से बचाएं.