रांची: कोविड-19 काल में इस बार दीपावली की रौनक फीकी होने की उम्मीद है. खासकर पटाखा बाजार सबसे अधिक प्रभावित होने की उम्मीद है. पटाखा फोड़ने को लेकर सरकार और प्रशासन की ओर से प्रतिबंध नहीं लगाया गया है, लेकिन प्रदूषण न फैले इसके लिए प्रशासन लगातार अपील जरूर कर रहा है. राजधानी रांची में जिला प्रशासन ने 6 स्थानों पर पटाखा बेचने के लिए क्लस्टर बनाए हैं, साथ ही पटाखा दुकानदारों को टेंपरेरी लाइसेंस दिया जा रहा है.
ग्रीन पटाखे का प्रोडक्शन अधिककोरोना संक्रमण से बचाव के साथ दीपावली मनाने की अपील जिला प्रशासन की ओर से की गई है. साथ ही पटाखा बेचने के लिए टेंपरेरी लाइसेंस भी दुकानदारों को दिए जा रहे हैं. पटाखा फोड़ने के लिए कहीं कोई विशेष स्थान चिन्हित नहीं किए गए हैं. पिछले साल की तरह ही लोग घर आंगन में ही पटाखे फोड़ेंगे, हालांकि 2018 में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद ज्यादातर ग्रीन पटाखे का ही प्रोडक्शन पटाखा फैक्ट्रियों में किया जा रहा है, जिसे पटाखा स्टॉल में बेचा जा रहा है.
सावधानी बरतने की अपील
रांची जिले के एडीएम लॉ एंड ऑर्डर लोकेश मिश्रा ने कोरोना संक्रमण के दौरान दीपावली को लेकर कहा कि राज्य सरकार की ओर से फिलहाल विशेष निर्देश जारी नहीं हुए हैं, अगर कोई निर्देश जारी होंगे तो उसे लागू किया जाएगा. हालांकि उन्होंने बताया कि पटाखा बेचने के लिए टेंपरेरी लाइसेंस जिला प्रशासन की ओर से दिए गए हैं, साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की है कि संक्रमण काल को ध्यान में रखते हुए सावधानी के साथ दीपावली मनाएं.
कोरोना को लेकर जागरूकता अभियान
वहीं रांची शहर के डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय और वार्ड 41 के पार्षद उर्मिला यादव की मानें तो नगर निगम की ओर से लगातार कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाता रहा है, साथ ही दीपावली, छठ और काली पूजा के दौरान भी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जारी गाइडलाइन के पालन को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने लोगों से संक्रमण से बचाव के सभी गाइडलाइन का पालन करते हुए दीपावली मनाने की अपील की है.
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वहीं पटाखा व्यवसायी वर्ग में थोड़ी निराशा जरूर दिख रही है. हालांकि उन्हें उम्मीद है कि पटाखा व्यवसाय पिछले साल के बराबर हो सकता है, क्योंकि पिछले साल बारिश की वजह से पटाखा व्यवसाय प्रभावित हुआ था, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से प्रभावित है. उनका मानना है कि कोरोना संक्रमण की गति धीमी हुई है, ऐसे में उम्मीद है कि पिछले साल की तुलना में कम, लेकिन व्यवसाय होगा.
पटाखा व्यवसाई सुभाष साहू ने कहा कि डेढ़ से दो करोड़ का रांची जिले में पटाखा व्यवसाय दीपावली में होता है, लेकिन इस बार यह व्यवसाय कम होगा. पिछले साल की तुलना में इस बार कोरोना संक्रमण का असर दीपावली में दिखने की उम्मीद है. यही वजह है कि पटाखा स्टॉल की संख्या पिछले साल की तुलना में कम है. 6 स्थानों पर खुदरा पटाखा बिक्री के लिए क्लस्टर बनाए गए हैं, तो वहीं गली मोहल्लों में स्टॉल की संख्या कम हुई है.