रांचीःकोरोना वायरस को लेकर विश्व भर में आतंक है. इसे लेकर देश-दुनिया सतर्क है. वहीं कई राज्यों में स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, मॉल आदि बंद कर दिए गए हैं, तो वहीं अब तक झारखंड सरकार द्वारा इस तरीके का कोई भी फैसला नहीं लिया गया है.
स्कूल-कॉलेज बंद करने की मांग. इससे विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों में नाराजगी है. वहीं छात्र संघ द्वारा विश्वविद्यालय प्रशासन और राज्य सरकार से जल्द से जल्द शिक्षण संस्थानों को बंद करने की मांग की गई है. हेमंत सरकार द्वारा अब तक कोरोना वायरस को लेकर शिक्षण संस्थान को बंद करने का निर्देश नहीं दिया गया है.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण पूरे देश दुनिया के साथ-साथ झारखंड के पड़ोसी राज्यों में भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है. बिहार समेत कई राज्यों के स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए है.
वहीं मॉल और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों को भी बंद रखने का फरमान सुनाया गया है, लेकिन झारखंड में अब तक तमाम स्कूल कॉलेज संचालित हैं. इस पर सरकार की ओर से कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
हालांकि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता द्वारा मामले को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा गया है, लेकिन फिर भी इस पर फैसला नहीं लिया गया है. विश्वविद्यालय प्रशासन भी सरकार के भरोसे है, जबकि विद्यार्थी और छात्र संघ से जुड़े सदस्य राज्य सरकार के साथ-साथ विश्वविद्यालय प्रशासन से भी स्कूल-कॉलेज बंद करने की मांग कर रहे हैं.
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हालांकि यह कहा जा रहा है कि जल्द ही इस मामले को लेकर राज्य सरकार फैसला ले सकती है, लेकिन अब तक इस पर ठोस निर्णय नहीं लिया जा सका है. एहतिहातन के तौर पर कई प्रयास किये यह जा रहे हैं, लेकिन आने वाले समय में ये प्रयास नाकाफी साबित हो सकते हैं. इस ओर जल्द से जल्द राज्य सरकार को ध्यान देने की जरूरत है.