रांची:राजधानी रांची के कांटाटोली में सड़क चौड़ीकरण और फ्लाईओवर निर्माण के नाम पर सैकड़ों भवनों को तोड़ा गया. इसके साथ ही रातू रोड और हरमू फ्लाईओवर निर्माण की बात भी वर्षों से चल रही है. लेकिन, कहीं न कहीं राजनीतिक हस्तक्षेप की वजह से इन फ्लाईओवर का निर्माण ठंडे बस्ते में चला जाता है. सत्ताधारी दल और विपक्ष भी फ्लाईओवर का निर्माण चाहते हैं. लेकिन, अधर में लटके इन योजनाओं को लेकर एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने से भी नहीं चूक रहे.
अधर में लटका है रातू रोड का फ्लाईओवर
दरअसल, कांटाटोली फ्लाईओवर और हरमू फ्लाईओवर के निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण का स्थानीय लोगों ने विरोध किया था. वहीं, रातू रोड फ्लाईओवर के लिए जमीन अधिग्रहण की योजना नहीं थी. फिर भी रातू रोड का फ्लाईओवर अधर में लटका हुआ है. कांटाटोली फ्लाईओवर के लिए जमीन अधिग्रहण के दौरान 112 दुकानों और मकानों को तोड़ा गया था.
जबकि कुछ लोगों ने पदाधिकारियों से 24 घंटे का समय मांग कर खुद जमीन खाली की थी, जिसके बाद फ्लाईओवर का निर्माण शुरू हुआ. लेकिन, फिर फ्लाईओवर का काम रुक गया जो अब तक फिर से शुरू नहीं हो पाया है. हालांकि, इस बार फ्लाईओवर को पहले की तुलना में ज्यादा लंबा बनाने का डीपीआर तैयार किया गया है.
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हरमू में भी लटका
रातू रोड और हरमू रोड में फ्लाईओवर के निर्माण से संबंधित योजना भी तैयार की गई थी, लेकिन, इसका निर्माण भी अधर में लटका हुआ है. हरमू फ्लाईओवर के निर्माण का विरोध स्थानीय लोगों ने किया था. इसके लिए दुकानदारों ने हरमू बंद कर विरोध जताया था. दुकानदारों का कहना था कि वर्ष 1990 में ही जमीन का अधिग्रहण सरकार ने किया था. इससे अब तक वह उबर नहीं पाए हैं और फिर से जमीन अधिग्रहण की बात हो रही है. इसके बाद हरमू फ्लाईओवर निर्माण का रास्ता भी बंद हो गया.
एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप
रातू रोड फ्लाईओवर को कचहरी चौक से पिस्का मोड़ तक बनाने की योजना थी. इसके लिए सरकार किसी भी जमीन का अधिग्रहण नहीं करने वाली थी. केवल रातू रोड चौराहे पर रोटरी के लिए कुछ जमीन का अधिग्रहण किया जाना था, लेकिन, फिर भी रातू रोड फ्लाईओवर की योजना लटकी हुई है.
गठबंधन की सरकार में शामिल कांग्रेस का मानना है कि शहर की दुर्दशा के लिए पूर्व की भाजपा सरकार के स्थानीय विधायक और नगर विकास मंत्री सीपी सिंह जिम्मेवार हैं. उन्होंने कहा कि शहर में आज लोग सड़कों पर रेंगने को मजबूर हैं. शहर का ग्राउंड वाटर रिचार्ज भी खराब हो गया है. शहर के तालाबों को सौंदर्यीकरण के नाम पर बर्बाद कर दिया गया. वहीं, फ्लाईओवर निर्माण का कार्य लगातार बाधित हुआ.
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कांटाटोली फ्लाईओवर के निर्माण की कवायद शुरू
कांग्रेस का कहना है कि पूर्व की भाजपा सरकार ने कांटाटोली फ्लाईओवर बनाने के नाम पर जानबूझकर कुछ लोगों को परेशान किया था और फिर योजना बंद हो गई. कई बार डीपीआर तैयार हुआ लेकिन काम शुरू नहीं हो पाया. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में रातू रोड फ्लाईओवर बनाने के लिए राष्ट्रपति द्वारा शिलान्यास किया गया था. लेकिन, काम शुरू नहीं हुआ. अब हेमंत सोरेन के नेतृत्व में फ्लाईओवर निर्माण की दिशा में कार्य शुरू किए जाएंगे. यही वजह कि कांटाटोली फ्लाईओवर के निर्माण की कवायद फिर से शुरू हुई है.
भाजपा ने कहा-फ्लाईओवर निर्माण कराए हेमंत सरकार
डिप्टी मेयर व भाजपा नेता संजीव विजयवर्गीय का मानना है कि किसी भी शहर के विकास का मापदंड फ्लाईओवर होता है और जिस तरह से रांची में आबादी और गाड़ियों की संख्या बढ़ी है उससे यातायात समस्या हो रही है. लेकिन, इसके निदान के लिए गाड़ियों को हटाना व्यावहारिक नहीं है. उन्होंने कहा कि बड़े शहरों में फ्लाईओवर के जाल बिछाए गए हैं. जिसकी वजह से ट्रैफिक मूवमेंट ठीक हुआ है. उन्होंने कहा कि रांची नगर निगम के तहत भी 4-5 फ्लाईओवर के निर्माण होना था लेकिन वह नहीं हो पाया.
भाजपा का कहना है कि सरकार को फ्लाईओवर निर्माण के लिए कदम बढ़ाना चाहिए. उन्होंने कहा कि किस राजनीतिक पार्टी की सरकार के कारण फ्लाईओवर निर्माण नहीं हुआ, यह कहना मुश्किल है. लेकिन, पूर्व की भाजपा सरकार ने एक फ्लाईओवर के निर्माण की शुरुआत की थी, लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार आने के बाद उस फ्लाईओवर का निर्माण भी बंद कर दिया गया. जनता की सुविधा बहाल करने के लिए सरकार को इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाना चाहिए.