रांची: भाजपा विधायक सीपी सिंह के बयान पर बुधवार को कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दुबे ने सीपी सिंह के बयान पर कहा है कि राजधानी के लगभग 30 वर्षों तक जनप्रतिनिधि और संवैधानिक पदों पर रहने वाले बताए कि उन्होंने राजधानी के लिए क्या किया है. आज भी राजधानी में डेंगू और मलेरिया के लार्वा पाये जाते हैं. स्मार्ट सिटी, गोद लिए गांव तो बहुत दूर की बात है. गली नली तक ही सिमट कर रहने वाले नेता जो पिछले 5 वर्ष लगातार मंत्री रहे. नली गली में इनका परसेंटेज जगजाहिर है. यही वजह है कि राजधानी में डेंगू और मलेरिया के लार्वा पाये जाते हैं. कंबल घोटाला, मेनहर्ट घोटाला, मोमेंटम घोटाला, सीवरेज-ड्रेनेज घोटाला, व्याख्याता घोटाला, चूहा पुल कतरने वाला घोटाला अन्य कई घोटाले जब परत दर परत खुलेंगे, तो ये तमाम प्रेस कॉन्फ्रेंस वाले नेता जेल की सलाखों के पीछे नजर आएंगे.
सीपी सिंह के शब्दों पर दी प्रतिक्रिया
माल बबुआ जैसे शब्दों पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा कि सीपी सिंह की ढलान उम्र ने उन्हें असभ्य और अशिष्ट बना दिया है. उन्होंने कहा कि सीपी सिंह के कार्यकाल में हरमू नदी के उत्थान का काम शुरू हुआ था. लेकिन नदी की स्थिति आज भी जस की तस है और किसका उत्थान हुआ, यह सबको पता है.
सारे कामों का अधूरा निर्माण
कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा कि मंत्री सीपी सिंह के कार्यकाल में ही शहर में नाली बनाने का काम शुरू हुआ. लेकिन उस नाले का पानी कहां निकलेगा, यह भी अब तक साफ नहीं हो पाया है. भाजपा के शासनकाल में ही रांची-टाटा हाईवे का निर्माण काम पूरा करने का भरोसा दिलाया गया. लेकिन कई बार इस मामले में झारखंड उच्च न्यायालय भी हस्तक्षेप कर चुकी है. लेकिन परिणाम क्या हुआ. इसकी जानकारी सभी को है.
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