रांची: राज्य के शहरी निकायों में दलगत आधार पर चुनाव नहीं कराने के राज्य सरकार के निर्णय पर बीजेपी का मानना है कि उनके दबदबे की वजह से गठबंधन सरकार घबरा गई है और इस तरह का निर्णय लिया गया है. इसको लेकर सत्ताधारी दल कांग्रेस ने बीजेपी को नसीहत दी है कि गैर जिम्मेदाराना बयान देकर वह राजनीतिक रोटी ना सेकें.
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पार्षदों की खरीद-फरोख्त होने की आशंका
दरअसल, कैबिनेट की बैठक में निर्णय लिया गया है कि राज्य के शहरी निकायों में दलगत आधारित चुनाव नहीं कराया जाएगा. इसे लेकर रांची नगर निगम (Ranchi Municipal Corporation) की बीजेपी पार्टी की मेयर आशा लकड़ा ने कहा है कि इस निर्णय से नगर निगम में डिप्टी मेयर के चयन में पार्षदों की खरीद-फरोख्त होने की आशंका होगी. उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार बीजेपी के बढ़ते जनाधार से भयभीत है. उन्हें डर है कि दलगत आधार पर नगर निगम में चुनाव कराए गए तो बीजेपी को बढ़त मिलेगी. इस वजह से दलगत आधार पर चुनाव नहीं कराने का निर्णय लिया गया है.
क्या बोले राकेश सिन्हा?
इसे लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राकेश सिन्हा (Congress state spokesperson Rakesh Sinha) ने बुधवार को कांग्रेस स्टेट हेड क्वॉर्टर में कहा कि विपक्ष की भारतीय जनता पार्टी इस राज्य में सिर्फ गठबंधन सरकार पर आरोप लगाने के लिए ही बयान देती है. जिस तरह से नगर निकाय चुनाव को लेकर उनका आरोप है कि महागठबंधन की सरकार डर गई है. उन्हें याद दिलाना चाहेंगे कि राज्य में तीन उपचुनाव दलगत आधार पर हुए और उसमें बीजेपी की हार हुई है.