रांची. झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से बिजली और केईआई कंपनी विभाग की लापरवाही के खिलाफ बुधवार को चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत की गई. आंदोलन के पहले चरण में पार्टी के नेता कार्यकर्त्ताओं ने सामाजिक दूरी का पालन करते हुए बिजली मुख्यालय के समक्ष फेसबुक लाइव के माध्यम से बिजली विभाग और केईआई के कुकृत्यों के बारे में जानकारी दी. वहीं, सिर्फ लॉकडाउन अवधि में ही बिजली विभाग की लापरवाही से राज्य के विभिन्न जिलों में हुई मौत का ब्यौरा देते हुए कहा कि इस अवधि में जितनी मौत कोरोना वायरस से नहीं हुई होगी. उससे ज्यादा मौत करंट लगने से हुई है. साथ ही बिजली बोर्ड मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया और बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की और कार्यालय को बंद रखा.
उन्होंने कहा कि बिजली विभाग के जिन अधिकारियों ने काली कमाई से अवैध संपत्ति अर्जित की है. ऐसे लोगों की सूची तैयार की जा रही है. जल्द ही उसका भी खुलासा किया जाएगा. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे और डॉ. राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में राज्य ईमानदारीपूर्वक काम कर रही है, लेकिन पूर्ववर्ती रघुवर दास ने अपने पांच वर्ष के कार्यकाल में पूरे बिजली विभाग की व्यवस्था को बिगाड़ने का काम किया है. उनके कार्यकाल में बिजली विभाग की मनमानी और भ्रष्टाचार की बात किसी से छिपी नहीं है. नई सरकार गठन के बाद व्यवस्था में बदलाव लाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अब तक उनके पास उपलब्ध सूची के अनुसार सिर्फ लॉकडाउन अवधि में ही बिजली विभाग की लापरवाही से करंट लगने से 20 लोगों की मौत हो गई है.
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