रांची:प्रदेश कांग्रेस केंद्र सरकार के कृषि कानून के खिलाफ झारखंड प्रदेश में कांग्रेस ट्रैक्टर रैली, किसान सम्मेलन समेत अन्य कार्यक्रम चला रही है. ऐसे में कहीं न कहीं माना जा रहा है कि कृषि कानून के बहाने पार्टी झारखंड में संगठन को मजबूत करने और किसानों के बीच अपनी पैठ जमाने के प्रयास में जुटी है. इधर भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि कृषि कानून को लेकर कांग्रेस पार्टी राजनीति कर रही है. किसानों की हितैषी बनने का प्रयास कर रही है, जबकि पूर्व की सरकार की तरफ से किसानों के लिए लाई गई महत्वाकांक्षी योजनाओं को बंद कर रही है.
कृषि कानून के बहाने कांग्रेस को मजबूत करने की कोशिश की चर्चा, विधायक बोले-बीजेपी दे रही आंदोलन को राजनीतिक रंग
कृषि कानून के खिलाफ कांग्रेस का आंदोलन जारी है. आंदोलन के बहाने झारखंड में संगठन को मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है.
भाजपा का यह आरोप
केंद्र सरकार के कृषि कानून के खिलाफ देशभर में कांग्रेस ट्रैक्टर रैली समेत अन्य कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है. साथ ही कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रही है. इसके तहत पिछले दिनों जहां राजधानी रांची में भी ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया गया था. हजारीबाग में ट्रैक्टर रैली का आयोजन कर भी केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोला गया. इस पर प्रदेश की विपक्षी दल भाजपा का कहना है कि कांग्रेस झारखंड में सिर्फ अपनी जमीन मजबूत करने के लिए कृषि कानून का सहारा ले रही है. जबकि उनकी किसी भी ट्रैक्टर रैली और सभा में किसानों की मौजूदगी नहीं होती है.
कई मुद्दों को लेकर राजनीति
ऐसे में कांग्रेस पार्टी के विधायक कुमार जयमंगल ने कहा कि मुद्दों को लेकर राजनीति होती है न की अपने फायदे के लिए राजनीति की जाती है. देश में किसान केंद्र सरकार के कृषि कानून के खिलाफ आंदोलनरत हैं और कई किसानों की मौत हुई है. ऐसे में पार्टी इस मुद्दे को लेकर पार्टी राजनीति कर रही है. न कि कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन अपने फायदे के लिए कर रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसी की मौत पर राजनीति नहीं करती है. बल्कि बीजेपी इसे राजनीतिक रूप देना चाहती है. अगर ऐसा हुआ तो यह साफ हो जाएगा कि देश में गरीबों का सुनने वाला कोई नहीं है.