रांचीः अवैध खनन मामले को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित कई अन्य लोगों के खिलाफ ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करने का आवेदन दिया गया है. आवेदन पुलिस मुख्यालय के ऑनलाइन एफआईआर सिस्टम और साहिबगंज के मुफस्सिल थाने में दिया गया है.
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क्या है पूरा मामलाःझारखंड के साहिबगंज में अवैध खनन और उनके परिवहन को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनके राजनीतिक सलाहकार अभिषेक प्रसाद पिंटू, विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, डीसी रामनिवास यादव, तत्कालीन एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा समेत 20 पर एफआईआर दर्ज करने का आवेदन पुलिस मुख्यालय के ऑनलाइन एफआईआर सिस्टम और साहिबगंज के मुफस्सिल थाने में दिया गया है.
हाईकोर्ट ने तीर्थनाथ आकाश व अनुरंजन अशोक के द्वारा दायर रिट पीटिशन 1951/2021 में आदेश दिया था कि दोनों इस मामले में साहिबगंज के ज्यूरिडिक्शन थाने में शिकायत दर्ज कराएं. दोनों को आदेश दिया गया था कि वह इस संबंध में संबंधित साक्ष्य भी पुलिस को सौंपे. जिसके बाद दोनों याचिकाकर्ताओं ने आवेदन दे दिया है. आवेदन मिलने की पुष्टि साहिबगंज पुलिस ने भी की है.
किस किस के खिलाफ की गई शिकायतःमुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, अभिषेक प्रसाद पिंटू, पंकज मिश्रा, डीएफओ साहिबगंज मनीष तिवारी, डीएमओ विभूति कुमार, तत्कालीन एसडीपीओ प्रमोद मिश्रा, राजेंद्र दुबे, डीसी रामनिवास यादव, तत्कालीन एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा, हिस्ट्रीशीटर दाहू यादव, कारोबारी विष्णु यादव, पवितर कुमार यादव, आलोक रंजन, पतरू सिंह, टिंकल भगत, बच्चू यादव, संजय कुमार यादव, भगवान भगत, भावेश भगत, विक्रम प्रसाद सिंह उर्फ सोनू सिंह.
क्या है आरोपःशिकायत में आरोप लगाया गया है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, अभिषेक प्रसाद पिंटू और पंकज मिश्रा के कहने पर सरकारी पदाधिकारियों ने अवैध खनन व उसका परिवहन कराया, जिसमें नामजद कारोबारियों व अपराधियों की भूमिका रही है. आरोप है कि अवैध खनन से सभी लाभान्वित हुए हैं, रोड के साथ साथ रेलवे और फेरी सर्विस के जरिए भी अवैध परिवहन बगैर चालान किए जाने की शिकायत की गई है. साक्ष्य के तौर पर भी 200 से अधिक पन्ने का दस्तावेज साहिबगंज पुलिस को सौंपा गया है.