झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

मैनुअल्स फॉर प्रिपरेशन, प्रिवेंशन एंड प्लानिंग फॉर कोविड-19, थर्ड वेव और दि वे फॉरवर्ड' पुस्तक का लोकार्पण - रांची में किताब की लॉन्चिंग

कोरोना की तीसरी लहर के बीच रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मैनुअल्स फॉर प्रिपरेशन, प्रिवेंशन एंड प्लानिंग फॉर कोविड-19, थर्ड वेव इन झारखंड, दि वे फॉरवर्ड" पुस्तक का लोकार्पण किया है. इसमें दूसरी लहर की कमियों और तीसरी लहर की तैयारियों का ज्रिक है.

ranchi
सीएम ने किया पुस्तक का लोकार्पण

By

Published : Jun 8, 2021, 10:04 PM IST

रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने "मैनुअल्स फॉर प्रिपरेशन, प्रिवेंशन एंड प्लानिंग फॉर कोविड-19, थर्ड वेव इन झारखंड, दि वे फॉरवर्ड" पुस्तक का लोकार्पण किया है. पुस्तक में कोरोना के तीसरे लहर की आशंका के बीच उससे निपटने की पूरी रुपरेखा का जिक्र किया गया है. देशभर के चिकित्सकों, विशेषज्ञों और अन्य जानकारों से विचार-विमर्श कर इस पुस्तक को स्वास्थ्य विभाग ने लिखी है.

ये भी पढ़े-तेल और गैस की कीमतों में वृद्धि का कांग्रेस करेगी विरोध, सूबे में चलाएगी अभियान

सीएम हेमंत सोरेन ने किया पुस्तक का लोकार्पण

कोरोना की तीसरे लहर की आशंका जताई जा रही है. इस लहर में कौन सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे, यह कहना अभी मुश्किल है, लेकिन बच्चों के संक्रमित होने की ज्यादा आशंका जताई जा रही है. ऐसे में कोरोना की तीसरे लहर से निपटने और अस्पतालों में बच्चों के बेहतर इलाज की व्यवस्था को लेकर सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी है. इसी को लेकर पुस्तक तैयार की गई है. 'मैनुअल्स फॉर प्रिपरेशन, प्रिवेंशन एंड प्लानिंग फॉर कोविड-19, थर्ड वेव इन झारखंड, दि वे फॉरवर्ड' पुस्तक का लोकार्पण मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया.

किताब में कई जिजों का ज्रिक

इस मौके पर सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने इस पुस्तक को तैयार किया है जिसमें तीसरे लहर से निपटने की पूरी रूपरेखा का जिक्र है. इस पुस्तक को देशभर के चिकित्सकों, विशेषज्ञों और दूसरे जानकारों से विचार-विमर्श कर तैयार किया गया है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पुस्तक में कोरोना की पहली और दूसरी लहर में उत्पन्न परिस्थियों से जुड़े तमाम आंकड़ों, कमियों और जरूरतों का विस्तार से जिक्र किया गया है, ताकि उसके आधार पर आगे की रणनीति तैयार कर सरकारी अस्पतालों को मजबूत करने और स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाया जा सके.

जिलों में की जा रही है तैयारी

तीसरे लहर की आशंका के मद्देजर जिलों में तैयारियां शुरू कर दी गईं हैं. सरकार ने जिलों को अपनी कमियों और जरूरतों के हिसाब से योजना बनाकर स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गए हैं. खासकर अस्पतालों में बच्चों के लिए पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट की सुविधा हर हाल में हो. इसके अलावा दूसरे लहर में जो कमियां रह गईं थीं, उसे भी दूर किया जाए, ताकि इस संक्रमण से निपटने में किसी तरह की अड़चन न आए.

सर्वे का डेटा बेस तैयार करने के निर्देश

पुस्तक विमोचन के अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के उपायुक्तों से कहा कि इन दिनों ग्रामीण इलाकों में कोरोना को लेकर व्यापक सर्वे किया जा रहा है. यह प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी. ऐसे में इस सर्वे से जुड़े तमाम आंकड़ों का डेटा बेस तैयार करें, ताकि हमें यह पता चल सके कि ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं की क्या स्थिति है.

सरकार की सुविधाओं का लाभ ग्रामीणों को मिल रहा है या नहीं और यहां क्या-क्या कमियां है, जिसे दूर किया जाना अत्यंत जरूरी है. इस सर्वे से हमें स्वास्थ्य संरचनाओं को मजबूत और सुविधाएं आम लोगों को मुहैया कराने में मदद मिलेगी.

सरकार पहले से कर रही है तैयारीः स्वास्थ्य मंत्री

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए सरकार चौबीस घंटे काम कर रही है. इस कड़ी में खामियों को दूर किया जा रहा है और स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर बनाई जा रहीं हैं. तीसरे लहर की आशंका को देखते हुए मुख्यमंत्री ने इससे निपटने की एडवांस प्लानिंग बनाई है. इसी के तहत ही इस पुस्तक को विशेषज्ञों के सहयोग से तैयार किया गया है, जिसमें कोरोना की तीसरे लहर से निपटने की पूरी रूपरेखा है.

बेड मैनेजमेंट पर फोकस

मुख्य सचिव ने सभी जिलों के उपायुक्तों को कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से कौन प्रभावित होंगे, यह कहना अभी मुश्किल है. ऐसे में अस्पतालों में जो सुविधाएं मुहैया कराई जा रहीं हैं, उसका लाभ हर किसी को हो, इसका जरूर ध्यान रखें. उन्होंने कहा कि इसके लिए बेड मैनेजमेंट को बेहतर बनाएं. इसके तहत अस्पतालों में बच्चों के लिए जो वार्ड बनाए जा रहे हैं, जरूरत पड़ने पर उसका इस्तेमाल अन्य लोगों के इलाज के लिए भी किया जा सके और जो सामान्य वार्ड हैं, उसमें भी जरूरत के वक्त बच्चों को रखा जा सके.

ABOUT THE AUTHOR

...view details