रांची:इन दिनों पूरे देश में किसानों का आंदोलन छाया हुआ है. तीनों कृषि कानून के खिलाफ एक तरफ दिल्ली की सीमा पर बड़ी संख्या में किसान आंदोलनरत हैं, तो दूसरी तरफ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कृषि विभाग की समीक्षा करते हुए राज्य के किसानों को पसंद के मुताबिक खेती के लिए प्रोत्साहित करने पर बल दिया है. इस दौरान सीएम ने अफसरों को पंचायतों में कोल्ड स्टोरेज का निर्माण कराने का निर्देश दिया.
क्या कहते हैं मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री का मानना है कि किसान समय के हिसाब से खेती करते हैं और अगर उन्हें समय पर लाभ नहीं मिला, तो उनकी मेहनत बेकार चली जाएगी. खासकर सब्जी उत्पादक किसानों के लिए कोल्ड स्टोरेज बेहद जरूरी है. सीएम ने निर्देश दिया है कि वैसे पंचायत जहां बड़ी मात्रा में सब्जी का उत्पादन होता है, वहां कोल्ड स्टोरेज का निर्माण होना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले वर्ष से किसानों को धान बेचने में परेशानी न हो, इसके लिए पूरे राज्य में धान संग्रह केंद्रों की स्टोरेज क्षमता को बढ़ाई जाएगी. साथ ही मुख्यमंत्री ने चलंत क्रय केंद्र, हाट-बाजार में क्रय करने की योजना पर भी विभाग को विचार करने को कहा है.
मत्स्य पालन का दायरा बढ़ेगा
मुख्यमंत्री ने मत्स्य उत्पादन में और बढ़ोतरी करने के उपायों पर जोर दिया है. पशुधन का लाभ सभी प्रमंडल के लोगों को कैसे मिले, इसको लेकर भी योजना बनाने का निर्देश दिया है.
समय पर किसानों की जरूरत हो पूरी