रांचीः झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के द्वारा लगाए गए आरोप के बाद राज्य सरकार ने सीएम के प्रधान सचिव को उनके तमाम पदों से मुक्त करते हुए उनका तबादला प्रधान सचिव पंचायती राज विभाग में कर दिया है, हालांकि इनके पास आपदा प्रबंधन विभाग का अतिरिक्त प्रभार भीरहेगा. रविवार की दोपहर पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा विधायक बाबूलाल मरांडी ने राजीव अरुण एक्का को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए थे. बाबूलाल मरांडी ने राजीव अरुण एक्का को लेकर एक वीडियो भी जारी किया था.
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अधिसूचना जारीःरविवार की दोपहर तकरीबन 12.30 में बाबूलाल मरांडी ने राजीव अरुण एक्का को लेकर प्रेस कांफ्रेंस किया था. रविवार को ही तकरीबन तीन बजे राजीव अरुण एक्का अपने इनोवा कार में खुद ड्राइव कर सीएम आवास पहुचे थे और देर शाम उन्हें सभी मह्तवपूर्ण विभागों से हटा भी दिया गया. राज्य सरकार ने इस संबंध में अधिसूचना भी जारी कर दी है. हालांकि राजीव अरुण एक्का की जगह फिलहाल किसी का पदस्थापन नहीं किया गया है.
दलाल के घर से सीएम के प्रधान सचिव निपटाते हैं संवेदनशील फाइलःगौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने 22 सेकेंड की एक विडियो क्लिप जारी करते हुए मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का पर आरोप लगाया था कि वह दलाल विशाल चौधरी के दफ्तर से गृह विभाग की संवेदनशील फाइल तक निपटाते थे. वीडियो में कथित तौर पर विशाल चौधरी के दफ्तर में काम करने वाली एक महिला कर्मी राजीव अरूण एक्का से फाइल साइन करवाती दिख रही है. वीडियो में पैसे की लेन देन की बात भी सामने आयी है.
प्रेस कांफ्रेस कर बाबूलाल ने जारी किया था वीडियोःबाबूलाल मरांडी ने रविवार दोपहर प्रेस कांफ्रेस कर वीडियो जारी किया था. इस दौरान उन्होंने कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जो गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के भी प्रधान सचिव हैं. उनके काले कारनामे एवं महालूट का एक छोटा सा वीडियो क्लिप हमारे संज्ञान में लाया गया है. यह वीडियो देखकर आसानी से समझा जा सकता है कि झारखंड में सरकार कैसे चल रही है और कौन लोग चला रहे हैं? बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पिछले दिनों इडी के छापे के बाद चर्चा में आये सत्ता के एक मशहूर दलाल विशाल चौधरी के अरगोड़ा चौक के निकट के कार्यालय का वीडियो है. एक्का साहब वहां सरकारी फाइलें जिस बेशर्मी से निपटा रहे हैं, इसे देखकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी को शर्म आये या नहीं दुनियां के किसी भी आदमी को बारूद के ढेर पर बैठे झारखंड की ऐसी दुर्दशा देखकर लज्जा आयेगी.