रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गोड्डा जिला स्थित स्वास्थ्य केंद्र के बाहर महिला के बच्चे को जन्म दिए जाने के मामले को गंभीरता से लिया है. इस मामले पर मुख्यमंत्री का कहना है कि यह अत्यंत गंभीर मामला है. ऐसी घटना होना पूरे राज्य के लिए पीड़ादायक है. उन्होंने गोड्डा के डीसी को पूरे मामले की जांच करने के निर्देश दिया है. साथ ही सभी जिलों के उपायुक्तों को साफ कहा कि ऐसी घटना न हो, इसके लिए समुचित कार्यप्रणाली बनाकर उसका पालन करवायें.
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यह है मामला
मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई कि जून 2018 में पत्थलगड़ी की घटना के क्रम में पुलिस ने घाघरा की असरिता मुंडू को पीटे जाने से उसने शारीरिक रूप से विकलांग और समय से पहले बच्चे को जन्म दिया था. उसे अभी तक किसी तरह की मदद या मुआवजा सरकार से नहीं मिली है, मामले की जानकारी के बाद मुख्यमंत्री ने महिला की मदद के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए.
पुलिस महानिदेशक मामले में संज्ञान लें
मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक एमवी राव और उपायुक्त को खूंटी के घाघरा निवासी असरिता की हर जरूरी मदद करते हुए मामले में संज्ञान लेने का निदेश दिया है. पुलिस महानिदेशक ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि उपायुक्त खूंटी से पुलिस अधीक्षक समन्वय स्थापित कर असरिता को जरूरी सहायता से आच्छादित करने की पहल शुरू कर दी गई है.