रांची: वैश्विक महामारी कोरोना के कारण से लगे लॉकडाउन में देश के दूसरे हिस्सों में फंसे प्रवासी मजदूरों के खाते में राज्य सरकार ने शुक्रवार को एक-एक हजार रुपये ट्रांसफर किए. 16 अप्रैल को लांच हुए मुख्यमंत्री कोरोना सहायता ऐप में अब तक 2.47 लाख मजदूरों ने रजिस्ट्रेशन कराया. उनमें से 1.11 लाख मजदूरों के खाते में एक-एक हजार शुक्रवार को डीबीटी किए गए. प्रोजेक्ट बिल्डिंग स्थित झारखंड मंत्रालय के नए सभागार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि चूंकि राज्य सरकार झारखंड के उन लोगों तक अनाज नहीं पहुंचा पा रही है, इसलिए यह पैसे डीबीटी किए जा रहे हैं.
प्रवासी मजदूरों के खाते में CM ने ट्रांसफर किए 1-1 हजार रुपये, कहा- बिना राशन कार्ड वाले भी ले सकेंगे अनाज - झारखंड सरकार ने प्रवासी मजदूरों को दिए पैसे
दूसरे प्रदेशों में झारखंड के फंसे मजदूरों के खाते में हेमंत सोरेन सरकार ने एक-एक हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए. सरकार ने 1.11 लाख मजदूरों के खाते में एक-एक हजार रुपये शुक्रवार को डीबीटी किए. सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि आठ अलग-अलग स्टेज में 11.15 करोड़ रुपये मुख्यमंत्री कोरोना सहायता एप के जरिये मजदूरों के खाते में डीबीटी किए गए हैं.
प्रवासी मजदूरों के खाते में सीएम ने ट्रांसफर किए 1-1 हजार रुपये
16 अप्रैल को लॉन्च हुआ था एप
दरअसल झारखंड से बाहर फंसे राज्य के मजदूरों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने 16 अप्रैल को कोरोना सहायता ऐप लॉन्च किया था. इसमें प्रवासी मजदूरों को अपनी डिटेल के साथ रजिस्ट्रेशन कराना है. उन रजिस्टर्ड मजदूरों के संबंधित जिलों से वेरिफिकेशन के बाद उनके एकाउंट में न्यूनतम 1000 रुपये डीबीटी करने की घोषणा भी की गई थी.