रांची: इन दिनों झारखंड में राजनीतिक भूचाल आया (Jharkhand political crisis) हुआ है. इस बीच सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि मैं कुर्सी से दिल्लगी नहीं करता, मेरी दिल्लगी राज्य की जनता से हैं. राज्य के आदिवासियों से है. यहां रहने वालों से है. उन्होंने कहा कि सरकार की नजर हर घटना पर है. हम भी जवाब देंगे और राज्य की जनता भी जवाब देगी.
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि वर्तमान समय में कोरोना वायरस की जो स्थिति बनी है, उसमें आम लोगों के जीवन को सुधारने के आधार पर ही काम करने की प्राथमिकता होनी चाहिए. पूरे देश में गरीब और गरीबी पर काम करना बंद हो गया है. देश में विधायक बेचो, विधायक खरीदो यही काम बचा हुआ है. हम जनता के लिए काम करते हैं और हमें खरीद फरोख्त नहीं आता. क्योंकि हम राजनीति में व्यापार नहीं करते, लेकिन जो लोग राजनीति में व्यापार कर रहे हैं, उन व्यापारियों को भी हम जवाब देंगे. देश की जनता भी व्यापारियों को जवाब देगी. भाजपा के नेता जो भी कर रहे हैं, इनकी हर करतूत पर देश की नजर है. धर्म के नाम पर कितने दिनों तक राजनीति की रोटी सेकेंगे, यह भी सभी लोग देखेंगे. धर्म के आधार पर समाज को बांटकर राजनीति बहुत दिन नहीं चलेगी.
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारी दिल्लगी सवा तीन करोड़ जनता से है. हमारी दिल्लगी लोगों से है. हमारी दिल्लगी कभी कुर्सी से नहीं है. विधायकों के खरीदने और पैसा देने के मामले को लेकर हेमंत सोरेन ने कहा कि जो लोग कोलकाता में पकड़े गए, वह जांच का विषय है कि उन लोगों ने पैसे कहां से लाए थे और वह पैसा किसका था. लेकिन एक बात साफ है कि पैसा लेते जो पकड़े गए, वह सामने आ गए. लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो पैसा लेकर भी सामने नहीं आते. महाराष्ट्र की घटना का जिक्र करते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि हर कोई शिंदे नहीं हो सकता और शिंदे जैसी स्थिति भी नहीं हो सकती. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राजनीति में इस तरह की चीजों की चर्चा भी रहती है और इसे हवा भी दिया जाता है.