रांची: झारखंड में कोरोना वायरस को लेकर उठाये जा रहे कदमों की मुख्यमंत्री ने समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य में जहां कहीं भी होम कोरोंटाइन हो रहा है, उसे तत्काल बंद कर दिया जाए. वैसे लोग सरकार के कोरोंटाइन में रहेंगे, साथ ही उन्होंने राज्य में होने वाली मृत्यु की भी जानकारी अधिकारियों को जुटाने को कहा है.
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में होने वाली मौत के कारणों की पूरी जानकारी जुटाने को कहा है. सीएम ने सीधे तौर पर अधिकारियों को कहा कि सभी 21 दिन का नहीं 2 माह का बैकअप लेकर काम करें. उन्होंने कहा कि थर्मल गन, जांच मशीन, मास्क, टेस्ट किट, पीसीआर मशीन, पीपीए ड्रेस, ग्लब्स जैसे जरूरी चीजों की कमी नहीं होनी चाहिए, यह सभी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो.
अधिकारियों को कार्य की जिम्मेवारी सौंपें
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान विभागों में कार्य नहीं हो रहा है, ऐसे में अधिकारियों को कार्य की जिम्मेवारी दें. उन्होंने कहा कि एक संरचना तैयार की जाए और नोडल अफसर नियुक्त किए जाए. जिन्हें राज्य के बाहर फंसे लोगों को मदद पहुंचाने, जरूरतमंदों को राशन और जरूरी सामान उपलब्ध कराने हेतु कार्य सौंपा जाए. उन्होंने कहा कि राज्यवासियों का पूरा ध्यान रखना सरकार की प्राथमिकता में है.
बाहर से आए लोगों की निगरानी रखें, बाहर फंसे लोगों की मदद करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बाहर से आने वाले लोगों की कड़ी निगरानी की जाए, उनके कोरोंटाइन को प्राथमिकता दें, साथ ही राज्य के बाहर फंसे झारखंड के लोगों की मदद करें. इसके लिए विभिन्न राज्यों के कंट्रोल रूम का नंबर फंसे हुए लोगों को उपलब्ध कराएं. झारखंड में संचालित कंट्रोल रूम का नंबर पूरे देश में प्रसारित करें, ताकि फंसे लोगों को मदद पहुंचायी जा सके. उन्होंने कहा कि देश के राज्यों के फूड सप्लाई डिपार्टमेंट से भी संपर्क स्थापित कर फंसे हुए लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने की व्यवस्था करें, इस कार्य में स्वंयसेवी संस्थाओं की भी मदद लें.